All for Joomla All for Webmasters
धर्म

Vinayak Chaturthi 2024 Date: आषाढ़ महीने में कब मनाई जाएगी विनायक चतुर्थी? नोट करें शुभ मुहूर्त एवं योग

ganesh_chaturthi

सनातन धर्म में विनायक चतुर्थी पर्व का विशेष महत्व है। धार्मिक मत है कि भगवान गणेश की पूजा करने से सुख सौभाग्य और आय में वृद्धि होती है। साथ ही साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साधक उपवास रख श्रद्धा भाव से भगवान गणेश की पूजा करते हैं। इस दौरान भगवान गणेश को मोदक और लड्डू अर्पित करते हैं।

ये भी पढ़ें:- LIC Scheme: कमाल की ये स्‍कीम… एक बार लगाएं पैसा, हर महीने मिलेगी 12000 रुपये की पेंशन!

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vinayak Chaturthi 2024: हर माह शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के अगले दिन विनायक चतुर्थी मनाई जाती है। यह दिन दुखों को हरने वाले भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन श्रद्धा भाव से भगवान गणेश की पूजा की जाती है। साथ ही विशेष कार्यों में सिद्धि पाने के लिए व्रत-उपवास रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से साधक के सकल मनोरथ सिद्ध होते हैं। साथ ही घर खुशियों का आगमन होता है। अतः साधक श्रद्धा भाव से भगवान गणेश की पूजा करते हैं। ज्योतिष शास्त्र में विनायक चतुर्थी पर विशेष उपाय करने का विधान भी है। इन उपायों को करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। आइए, विनायक चतुर्थी की तिथि, शुभ मुहूर्त एवं योग जानते हैं-

ये भी पढ़ें:- NPS युवा सब्सक्राइबर्स के लिए लॉन्च करेगा नया लाइफ साइकिल फंड, रिटायरमेंट तक बड़ा कॉरपस बनाने में मिलेगी मदद

शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 09 जुलाई को भारतीय समयानुसार सुबह 06 बजकर 08 मिनट से होगी। वहीं, इसका समापन 07 बजकर 51 मिनट पर होगा। इस दिन चन्द्रास्त का समय रात 09 बजकर 58 मिनट पर है। साधक 09 जुलाई को व्रत उपवास रख सकते हैं।

ये भी पढ़ें – प्‍याज 50, टमाटर 100 तो नींबू का भाव हुआ 160 रुपये किलो, क्‍यों लगी है सब्जियों के रेटों में आग

योग

आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर एक साथ तीन मंगलकारी योग बन हैं हैं। इनमें सिद्धि योग और रवि योग दिन भर है। सिद्धि योग 10 जुलाई को देर रात 02 बजकर 27 मिनट तक है। वहीं, रवि योग का निर्माण सुबह 07 बजकर 52 मिनट से हो रहा है, जो अगले दिन यानी 10 जुलाई को सुबह 05 बजकर 31 मिनट तक है। वहीं, सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 05 बजकर 30 मिनट से सुबह 07 बजकर 52 मिनट तक है।

पंचांग

सूर्योदय – सुबह 05 बजकर 30 मिनट पर

सूर्यास्त – शाम 07 बजकर 22 मिनट पर

चन्द्रोदय- सुबह 08 बजकर 25 मिनट पर

चंद्रास्त- देर रात 09 बजकर 58 मिनट पर

ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 09 मिनट से 04 बजकर 50 मिनट तक

विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 45 मिनट से 03 बजकर 40 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त – शाम 07 बजकर 21 मिनट से 07 बजकर 41 मिनट तक

निशिता मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 06 मिनट से 12 बजकर 47 मिनट तक

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top