USA Presidential Debate 2024: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव का खुमार अब धीरे-धीरे चढ़ने लगा है. मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच प्रेसिडेंशियल डिबेट का मंच पूरी तरह से तैयार है.
वॉशिंगटन. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव-2024 का रंग अब धीरे-धीरे चढ़ने लगा है. मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच पहले प्रेसिडेंशियल डिबेट का मंच पूरी तरह से तैयार है. भारतीय समय के अनुसार, राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार दोनों नेताओं के बीच शुक्रवार सुबह 6 बजे के बाद शुरू होगा. बता दें कि अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है. बताया जा रहा है कि तकरीबन 64 साल के बाद पहली बार प्रेसिडेंशियल डिबेट टीव स्टूडियो में कराया जा रहा है. प्रेसिडेंशियल डिबेट में पक्ष और विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार मौजूदा मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं.
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जानकारी के अनुसार, अटलांटा में मीडिया नेटवर्क CNN पहले प्रेसिडेंशियल डिबेट को होस्ट करेगा. इसके अलावा CBS और CBS न्यूज 24/7 पर भी प्रेसिडेंशियल डिबेट की स्ट्रीमिंग की जाएगी. दूसरे नेटवर्क पर भी इसे एक साथ प्रसारित किया जाएगा. राष्ट्रपति चुनाव से पहले सितंबर में दूसरी डिबेट होगी. बताया जा रहा है कि दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट को ABC मीडिया नेटवर्क होस्ट करेगा.
इन मुद्दों पर डिबेट?
- इजरायल-गाजा युद्धा और रूस-यूक्रेन युद्ध पर अमेरिका के रुख पर फोकस.
- इसके साथ ही चीन के साथ बिजनेस रिलेशन और कॉम्पिटिशन पर भी बहस होंगे.
- क्लाइमेट चेंज और उसको रोकने की कोशिशों में अमेरिकी भागीदारी.
- इमिग्रेशन, एबॉर्शन और हेल्थ पॉलिसी पर भी दोनों नेता अपना पक्ष रखेंगे.
- टैक्स सिस्टम, क्राइम रेट, गन कल्चर से जुड़े कानूनों पर भी बात होगी.
- अमेरिकी लोकतंत्र को बचाए रखने का मुद्दा.
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प्रेसिडेंशियल डिबेट कितना महत्वपूर्ण?
अब सवाल उठता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में प्रेसिडेंशियल डिबेट की क्या अहमियत है? अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले उम्मीदवारों के बीच अहम मुद्दों पर बहस कराई जाती है. इसके आधार पर मतदाता उम्मीदवारों को लेकर अपनी राय बनाते हैं. चुनाव से पहले ऐसी दो डिबेट कराई जाती है. बता दें कि पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट डेमोक्रेटिक पार्टी के जॉन एफ कैनेडी और रिपब्लिकन पार्टी के रिचर्ड निक्सन के बीच हुई थी. साल 1960 के चुनाव में निक्सन हार गए और कैनेडी राष्ट्रपति बने थे.
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जान लें यह महत्वपूर्ण बात
प्रेसिडेंशियल डिबेट में हिस्सा लेने के लिए किसी कैंडिडेट को 4 स्वीकृत राष्ट्रीय चुनावों में कम से कम 15% समर्थन हासिल करना होता है. साथ ही इलेक्टोरल कॉलेज में 270 वोट जीतने में सक्षम होने के लिए पर्याप्त राज्यों में समर्थन मिलना जरूरी होता है. रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर समेत सभी नॉन-डेमोक्रेटिक और नॉन-रिपब्लिकन नेता डिबेट में हिस्सा नहीं ले पाए, क्योंकि ये 20 जून की डेडलाइन के अंदर जरूरी योग्यता हासिल नहीं कर सके.