पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अब उनकी पार्टी में विधायक जुनैद अकबर के इस्तीफे की खबर सामने आई है। जुनैद अकबर ने दावा करते हुए कहा है कि कुछ लोगों को जेल में बंद इमरान खान से मिल सकते हैं जबकि अन्य को मना कर दिया गया है।
ये भी पढ़ें– Jio, एयरटेल के बाद अब Vodafone का टैरिफ बढ़ा; जान लीजिए नए रिचार्ज प्लान
एएनआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) में एक नया मामला सामने आया है। पहले से ही इमरान खान की पार्टी आंतरिक कलह से जूझ रही है। अब पार्टी को विधायक जुनैद अकबर के इस्तीफे से झटका लगा है।
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के सदस्य शेर अफजल मारवत ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सीनेटर शिबली फराज के इस्तीफे की मांग की, उन पर जेल में बंद पार्टी के संस्थापक इमरान खान तक पहुंच को रोकने का आरोप लगाया। नेताओं का कहना है कि जिन वकीलों को खान से मिलने की अनुमति है, वे या तो आधी बात बताते हैं या अपने फायदे के मुताबिक बात को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं। इसके बाद जुनैद अकबर ने दावा करते हुए कहा है कि, ‘कुछ लोग पार्टी सुप्रीमो से मिल सकते हैं जबकि अन्य को मना कर दिया गया है।’
ये भी पढ़ें– UPI मार्केट में फ्लिपकार्ट की धमाकेदार एंट्री, लॉन्च किया super.money ऐप, हर ट्रांजैक्शन पर पाएं 5% तक कैशबैक
पीटीआई मेरा घर है’
हालांकि, जुनैद अकबर ने पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा की पुष्टि की। उन्होंने कहा, ‘पीटीआई मेरा घर है और मैं किसी समूह का हिस्सा नहीं हूं और न ही रहूंगा।’ बता दें कि उनका इस्तीफा नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता उमर अयूब के इस्तीफे के बाद आया है, जिन्होंने पीटीआई महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया, जो पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में और बदलाव का संकेत देता है।
उमर अयूब के इस्तीफे को किया नामंजूर
एमएनए (Member of the National Assembly) ने शिकायत की कि कुछ नेता पीटीआई संस्थापक और जेल में बंद पार्टी के अन्य नेताओं की रिहाई पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय उच्च पदों पर नजर गड़ाए हुए हैं। पीटीआई सांसदों ने शनिवार को ‘सर्वसम्मति से’ अयूब का इस्तीफा स्वीकार नहीं करने का प्रस्ताव पारित किया था और उनके नेतृत्व पर पूर्ण भरोसा जताया था।
ये भी पढ़ें– नए उच्चतम स्तर पर पहुंचा RIL Share, इस फैसले के बाद आई स्टॉक में तेजी
इसके बाद उमर अयूब के इस्तीफे ने पंजाब से संभावित रूप से एक नए महासचिव की नियुक्ति पर चर्चा शुरू कर दी, जिसमें झंग से शेख वकास अकरम संभावित उम्मीदवार हैं।