All for Joomla All for Webmasters
शेयर बाजार

आईपीओ लिस्टिंग पर नहीं मिलेगा 90 फीसदी से ज्यादा मुनाफा, एनएसई ने लगाई लिमिट, क्या है इसका मतलब?

nse

एनएसई ने एक सर्कुलर जारी कर कहा है कि एसएमई प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होने वाले आईपीओ पर प्री-ओपनिंग सेशन में 90 फीसदी से ज्यादा का मुनाफा नहीं बनाया जा सकेगा.

नई दिल्ली. एनएसई ने स्मॉल मीडियम एंटप्राइज के आईपीओ की लिस्टिंग में कीमतों के बहुत भारी-उतार चढ़ाव को रोकने के लिए नया नियम बनाया है. एनएसई द्वारा गुरुवार को जारी किए गए एक सर्कुलर के मुताबिक, किसी भी एसएमई आईपीओ की लिस्टिंग से पहले स्पेशल प्री-ओपन सेशन में 90 फीसदी का मुनाफा नहीं कमाया जा सकेगा.

ये भी पढ़ें:- इस IPO पर टूट पड़े रिटेल निवेशक, पहले ही दिन पूरा भरा, ग्रे मार्केट दे रहा हर शेयर पर 295 मुनाफा होने का संकेत

नया नियम 4 जुलाई यानी आज से लागू हो गया है. एनएसई ने कहा है कि ओपनिंग प्राइस का मानक तय करने के लिए एसएमई प्लेटफॉर्म पर स्पेशल प्री-ओपन सेशन में शेयर की लिस्टिंग पर इश्यू प्राइस से 90 फीसदी की बढ़ोतरी पर कैप कर दिया गया है.

ये भी पढ़ें:- 5 जुलाई को खुलेगा Effwa Infra and Research IPO, चेक करें प्राइस बैंड, जीएमपी, इश्यू साइज सहित 10 बातें

सर्कुलर तत्काल प्रभाव से यानी 4 जुलाई, 2024 से लागू होगा. एनएसई ने कहा कि 90 प्रतिशत का प्राइस कैप केवल एसएमई सेगमेंट पर लागू होगाा. मेनबोर्ड आईपीओ, रीलिस्टेड सिक्योरिटीज और सार्वजनिक ऋण के मामले में ये बात लागू नहीं होती.

ये भी पढ़ें:- Share Market Close: ऑल-टाइम हाई के बाद सीमित दायरे में पहुंचा बाजार, सेंसेक्स 62 और निफ्टी 15 अंक चढ़ा

कब से लागू
यह मूल्य नियंत्रण विशेष रूप से एसएमई सेक्शन के लिए विशिष्ट है और यह मेनबोर्ड आईपीओ, पुनः सूचीबद्ध प्रतिभूतियों या सार्वजनिक ऋण पेशकशों को प्रभावित नहीं करता है. सर्कुलर 4 जुलाई, 2024 से तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top