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हेल्थ

लो, अब भारत में भी मिलने लगी वेट लॉस की दवा! 2 दवाइयों को मिली मंजूरी, लेने से पहले जान लें ये बात

Weight Loss Drugs in India: भारत में भी अब वेट लॉस यानी वजन कम करने वाली दवा मिलने लगेगी. जिन लोगों का मोटापा बहुत ज्यादा है और इसके साथ डायबिटीज भी है, उन्हें डॉक्टर अब ये दवा लिख सकते हैं.

Weight Loss Drugs in India: अमेरिका-यूरोप सहित पश्चिमी देशों में ब्लॉकबस्टर बन चुकी वेट लॉस की दवा को अब भारत में भी मंजूरी मिल चुकी है. सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) ने विदेश से आयात के लिए Tirzepatide दवा को मंजूरी दे दी है. इस दवा को इली लिली कंपनी ने बनाई है और ये मॉनजारो (Mounjaro) और जेपबॉन्ड (Zepbound) ब्रांड नाम से ये बिक रही हैं. जेपबॉन्ड को अमेरिका में 2023 में ही मंजूरी मिल गई थी. सीडीएससीओ के बाद अब इसे अंतिम रूप से ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की मंजूरी मिलनी बाकी है. बहुत जल्दी डीसीजीआईए द्वारा इन दोनों दवा को भारत में बेचे जाने की मंजूरी मिल जाएगी. मोनजारो डायबिटीज के लिए बनी दवा है जबकि जेपबॉन्ड वेट लॉस के लिए.

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कौन-कौन सी दवाइयों को मंजूरी
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक मोनजारो और जेपबॉन्ड दोनों दवाइयां इंजेक्शन के रूप में उलब्ध है जिन्हें स्किन के माध्यम से लगाया जाता है. एली लिली कंपनी ने भी बताया है कि टाइप 2 डायबिटीज के लिए टिरजेपेटाइड दवा को भारत में मार्केटिंग के लिए अनुरोध प्राप्त हुआ है. सीडीएससीओ ने सिंगल डोज वायल और 2.5 एमजी से 12.5 एमजी तक 6 अलग-अलग डोज वाले इंजेक्शन को मंजूरी दी है. ट्रायल में पाया गया कि टिरजेपेटाइड इंजेक्शन लेने से 72 सप्ताह में 18 प्रतिशत तक वजन कम हो जाता है. हालांकि अमेरिका में वेटलॉस की पॉपुलर दवा सेमाग्लूटाइड है लेकिन भारत में टिरजेपेटाइड को मंजूरी दी गई है. टिरजेपेटाइड जीएलपी 1 हार्मोन और जीआईपी हार्मोन को चकमा दे देता है जिसके कारण इंसुलिन बनने लगता है और पेट भरा हुआ महसूस होता है.

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कौन ले सकता है यह इंजेक्शन
ये इंजेक्शन कोई भी अपने मन से नहीं ले सकता जब तक कि उसे डॉक्टर सलाह न दें. इसलिए सीडीएससीओ के पैनल ने डॉक्टरों को बेहद सोच-समझकर यह इंजेक्शन लिखने की सलाह दी है. पैनल ने कहा कि यह इंजेक्शन उन लोगों को नहीं दिया जा सकता है जिन्हें पहले पैंक्रियाज की बीमारी, थायरायड, मतली, उल्टी आदि की परेशानी है. अगर कोई डॉक्टर इस दवा को लिखता है उसे मरीज को एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट लेने की भी सलाह देनी होगी. जब डॉक्टर को लगे कि वजन के कारण बीमारियां बढ़ रही है, तभी वह इसे लिख सकते हैं.

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कितना कारगर है यह इंजेक्शन
डायबेटोलॉजिस्ट डॉ. वी मोहन कहते हैं कि यह इंजेक्शन उन्हीं लोगों को दिया जाएगा जिनका बॉडी मास इंडेक्स 30 से ज्यादा है. वहीं मरीज को अपने लाइफस्टाइल को हेल्दी बनाने के बाद ही यह इंजेक्शन दिया जाएगा. निश्चित रूप से इंजेक्शन लगाने से वजन कम होगा लेकिन इसके बाद यदि लाइफस्टाइल सही नहीं होगा तो इसका कोई फायदा नहीं होगा. इसलिए हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज सबसे ज्यादा जरूरी है.

कितनी कीमत होगी
भारत में जो वेट लॉस की दवा आएगी, उसकी कीमत एक महीने की लगभग 1500 रुपये होगी. हालांकि यह कीमत बहुत ज्यादा है लेकिन कुछ भारतीय कंपनियां इससे सस्ती वेटलॉस की दवा बनाने में जुटी है.

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