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RBI के डिप्टी गवर्नर का बड़ा बयान, 2031 तक दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है भारत

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भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डिप्टी गवर्नर माइकल डी पात्रा (Michael Debabrata Patra) ने कहा कि भारत साल 2031 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है.

मुंबई. भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था पर दुनिया की नजर है. इस बीच भारतीय अर्थव्सवस्था को लेकर  भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डिप्टी गवर्नर माइकल डी पात्रा (Michael Debabrata Patra) ने बड़ा बयान दिया है. पात्रा के मुताबिक, भारत साल 2031 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और 2060 तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डिप्टी गवर्नर माइकल डी पात्रा (Michael Debabrata Patra) ने यह बात कही.

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पात्रा ने मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में भाषण देते हुए कहा कि इसके लिए भारत को लेबर प्रोडक्टिविटी, इंफ्रास्ट्रक्चर, जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का योगदान और सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए अर्थव्यवस्था को हरित बनाने से जुड़ी विभिन्न चुनौतियों से पार करना होगा.

2048 तक नहीं करना होगा इंतजार
उन्होंने कहा, ”मैंने जिन इनैट स्ट्रेंथ का जिक्र किया है और अपने आकांक्षी लक्ष्यों को हासिल करने के संकल्प को देखते हुए, यह कल्पना करना संभव है कि भारत अगले दशक में 2048 तक नहीं, बल्कि 2031 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और 2060 तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.”

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भारत ऐसे बन सकता है विकसित अर्थव्यवस्था
रिजर्व बैंक के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ऐसा अनुमान लगाया गया है कि अगर भारत अगले 10 सालों में 9.6 फीसदी सालाना दर से वृद्धि करता है, तो यह निम्न मध्यम आय के जाल से मुक्त हो जाएगा और एक विकसित अर्थव्यवस्था बन जाएगा. पात्रा ने कहा कि इसका असर प्रति व्यक्ति आय में भी दिखना चाहिए. हालांकि, 2047 तक विकसित देश के लिए प्रति व्यक्ति आय की सीमा 34,000 अमेरिकी डॉलर तक करने की जरूरत होगी.

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अस्थिरता के दौर से गुजर रही हैं एक्सचेंज रेट्स
उन्होंने कहा कि बाजार में निर्धारित वर्तमान एक्सचेंज रेट्स अस्थिरता के दौर से गुजर रही हैं. इसलिए नेशनल करेंसीज में मापी गई जीडीपी की दूसरे देश से तुलना नहीं की जा सकती. ऐसे में एक वैकल्पिक उपाय पर्चेजिंग पावर पैरिटी (PPP) है. यह प्रत्येक देश में औसतन गुड्स एंड सर्विसेज की कीमत से संबंधित है. पात्रा ने कहा कि पीपीपी के आधार पर तुलना करें तो स्थिति नाटकीय रूप से बदल जाती है. इस आधार पर भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.

OECD का अनुमान, 2048 तक दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत
ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इकोनॉमिक कॉरपोरेशन एंड डेवलपमेंट (OECD) का अनुमान है कि पीपीपी के संदर्भ में भारत 2048 तक अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.

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