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सेविंग्स अकाउंट पर 7.75% तक रिटर्न, SBI, HDFC Bank, ICICI Bank समेत इन बैंक ग्राहकों को करना होगा ये काम

Sweep-in FD : बचत खाते में आप पैसा क्यों रखते हैं. अगर पूछा जाए तो बहुत से लोग कहेंगे कि एक इमरजेंसी फंड के रूप में, ताकि जब जरूरत हो यह पैसा इस्तेमाल कर सकें. क्योंकि अगर एफडी में ज्यादा ब्याज के लिए पैसा रखेंगे तो वह मैच्योरिटी तक ब्लॉक होगा.

Auto Sweep Facility : बचत खाते में आप पैसा क्यों रखते हैं. अगर पूछा जाए तो बहुत से लोग कहेंगे कि एक इमरजेंसी फंड के रूप में, ताकि जब जरूरत हो ते यह पैसा इस्तेमाल कर सकें. क्योंकि अगर एफडी या किसी और बचत स्कीम में ज्यादा ब्याज के लिए पैसा रखेंगे तो वह मैच्योरिटी तक ब्लॉक हो जाएगा और जरूरत पर अगर पैसा निकालते हैं तो पेनल्टी लगेगी. इस वजह से बहुत से लोग बचत खाते में पैसे रखकर 3 से 3.5 फीसदी ब्याज ही पा रहे हैं. लेकिन एक तरीका है, जिससे आप बचते खाते पर 7.75 फीसदी तक या ज्यादा ब्याज पा सकते हैं, वहीं इमरजेंसी में जब चाहें पैसे निकाल सकते हैं. 

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ऑटो स्वीप सुविधा का उठाएं फायदा

स्वीप-इन एफडी के तहत आप बैंक खाते में पड़ी अतिरिक्त धनराशि को एफडी अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं. स्वीप-इन-एफडी (Sweep-in FD) एक ऑटो-स्वीप सर्विस होती है. इसके तहत आपके सेविंग्स अकाउंट में जो भी एक्स्ट्रा पैसे होते हैं, उन्हें एफडी में ट्रांसफर कर दिया जाता है. यानी यह एक प्रकार का फिक्स्ड डिपॉजिट है जो निवेशकों को अपने बचत खाते से अतिरिक्त धनराशि को आटोमैटिक रूप से एफडी खाते में ट्रांसफर करने की अनुमति देता है. इसमें जहां एफडी के बराबर ब्याज मिलता है, वहीं इमरजेंसी में भी तुरंत आप अपने फंड तक पहुंच सकते हैं।

बचत खाते में कितना पैसा पड़े रहना चाहिए और उससे अधिक का फंड एफडी में ट्रांसफर हो, यह लिमिट आप खुद तय कर सकते हैं. आपको पहले एक थ्रेसहोल्ड लिमिट तय करनी होगी. इस लिमिट से ज्यादा पैसे एक्स्ट्रा पैसे माने जाएंगे, जो एफडी में ट्रांसफर हो जाएंगे.

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कैसे एक्टिवेट करें ऑटो स्वीप सुविधा

बैंकों में ऑटो स्वीप सुविधा को एक्टिव करने का आसान ऑनलाइन प्रॉसेस है. यहां, हमने भारत के सबसे बड़े लेंडर भारतीय स्टेट बैंक (OTP) में ऑटो स्वीप सुविधा को एक्टिव करने की प्रक्रिया बताई है. 

स्टेप 1 : एसबीआई के आधिकारिक ऑनलाइन बैंकिंग पोर्टल पर जाएं. यूजर का नाम और पासवर्ड जैसे इंटरनेट बैंकिंग डिटेल प्रदान करें. फिर कैप्चा कोड और वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) डालें, जो आपको आपके रजिस्टर्ड पंजीकृत मोबाइल नंबर पर आएगा. 

स्टेप 2 : नेट बैंकिंग में नया पेज खुलने के बाद स्क्रीन के टॉप पर ‘डिपॉजिट एंड इन्वेस्टमेंट’ विकल्प पर क्लिक करें और उसके बाद ‘डिपॉजिट’ का विकल्प चुनें.

स्टेप 3 : उसके बाद आपको ‘ऑटो स्वीप फैसिलिटी’ के विकल्प पर क्लिक करना होगा.

स्टेप 4 : आपको फिर से एक स्क्रीन पर अकाउंट नंबर और एड्रेस सहित बैंक खाते की डिटेल दिखेगी. उसके बाद आपको ‘कांटीन्यू’ बटन पर क्लिक करना होगा.

स्टेप 5 : आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक हाई-सिक्योरिटी पासवर्ड प्राप्त होगा. पासवर्ड को दिए गए बॉक्स में दर्ज करें और ‘कंफर्म’ बटन पर क्लिक करें.

Step 6: स्क्रीन एक इंटरफेस प्रदर्शित करेगी. आपको स्वीप साइकिल (मंथली या वीकली), स्टार्ट डेट, थ्रेशोल्ड अमाउंट और रिजल्टेंट बैलेंस सहित ऑटो स्वीप डिटेल दर्ज करना होगा.

ध्यान देने की बात यह है कि जब बचत खाते में रखा फंड, थ्रेशोल्ड अमाउंट तक पहुंच जाएगा, तो ऑटो स्वीप फैसिलिटी काम करना शुरू कर देगी. रिजल्टेंट अमाउंट वह राशि है जो बचत खाते में रहेगी.

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स्वीप इन एफडी पर ब्याज 

एसबीआई : 4.75%-6.50%

एचडीएफसी बैंक: 4.50%-7.25%

आईसीआईसीआई बैंक: 4.50%-6.90%

केनरा बैंक: 5.50%-6.70%

बैंक आफ बड़ौदा: 5.50%-6.50%

पंजाब नेशनल बैंक: 4.50%-6.50%

इंडियन बैंक: 3-50%-6.10%

येस बैंक: 4.75%-7.00%

एक्सिस बैंक : 5.75%-7.00%

नोट: इसमें सीनियर सिटीजंस को 50 बेसिस प्वॉइंट ब्याज और मिलता है. इस लिहाज से दिए गए इंटरेस्ट रेट में 50 बेसिस प्वॉइंट और जोड़ दें तो अधिकतम ब्याज 7.75 फीसदी पहुंच जाएगा. 

(Source : Groww)

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