Iran-US: संयुक्त राष्ट्र में ईरानी मिशन ने रिपोर्ट को ‘निराधार और दुर्भावनापूर्ण’ बताया और कहा कि ट्रंप ‘एक अपराधी हैं जिन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए और उन्हें कानून की अदालत में दंडित किया जाना चाहिए.’
Donald Trump Assassination Plot: डोनाल्ड ट्रंप पर शनिवार को हुए हमले से पहले उनकी सुरक्षा बढ़ाई गई थी. दरअसल अमेरिकी अधिकारियों को जानकारी मिली थी कि कि ईरान उनकी हत्या की साजिश रच रहा है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों का यह भी कहना है कि कथित ईरानी साजिश और शनिवार को पेंसिल्वेनिया में पूर्व राष्ट्रपति पर हुए हत्या के प्रयास के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है.
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हालांकि, इस खुलासा के बाद की सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी, यह सवाल उठ रहा है कि 20 वर्षीय थॉमस मैथ्यू क्रूक्स एक इमारत पर चढ़ने और ट्रंप पर गोली चलाने के लिए इतने करीब कैसे पहुंच गया.
जून में बढ़ाई गई थी सुरक्षा
एक अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी के अनुसार, अमेरिकी सीक्रेट सर्विस और ट्रंप कैंपेन टीम को ईरानी खतरे के बारे में सूचित किया गया था, और इसके बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.
बीबीसी के मुताबिक खुफिया सूत्रों ने बताया कि ईरानी खतरे के जवाब में सीक्रेट सर्विस ने जून में सुरक्षा बढ़ा दी थी. इसमें अतिरिक्त जवाबी हमला और जवाबी स्नाइपर एजेंट, ड्रोन और रोबोट कुत्ते शामिल थे.
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कैसे मिली खुफिया जानकारी
सीबीएस के मुताबिक ईरानी ऑपरेशन की डिटेल ‘मानव सोर्स इंटेलिजेंस’ के जरिए हासिल की थी. इसके साथ ही यह जानकारी ट्रंप के खिलाफ हमलों के बारे में ईरानी चर्चा में बढ़ोतरी के बीच आई थी.
ट्रंप और उनके पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ सहित अधिकारियों को 2020 में इराक में ईरान के कुद्स फोर्स के कमांडर कासिम सुलेमानी की ड्रोन हमले से हत्या का आदेश देने के बाद से तेहरान से धमकियों का सामना करना पड़ रहा है.
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ईरान ने क्या कहा?
संयुक्त राष्ट्र में ईरानी मिशन ने रिपोर्ट को ‘निराधार और दुर्भावनापूर्ण’ बताया और कहा कि ट्रंप ‘एक अपराधी हैं जिन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए और उन्हें कानून की अदालत में दंडित किया जाना चाहिए.’
यूएस सीक्रेट सर्विस के प्रवक्ता एंथनी गुग्लिल्मी ने कहा कि यह और अन्य एजेंसियां ’लगातार नए संभावित खतरे की जानकारी प्राप्त कर रही हैं और जरूरत के मुताबिक कार्रवाई कर रही हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हम किसी भी विशिष्ट खतरे बारे में टिप्पणी नहीं कर सकते, सिवाय इसके कि सीक्रेट सर्विस खतरों को गंभीरता से लेती है और उसी के अनुसार काम करती है.’
व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि अमेरिकी सुरक्षा अधिकारी ‘पूर्व ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ ईरानी धमकियों पर वर्षों से नजर रख रहे थे.’ उन्होंने कहा, ‘इन धमकियों की वजह ईरान की सुलेमानी की हत्या का बदला लेने की इच्छा हैं. हम इसे सर्वोच्च प्राथमिकता वाला राष्ट्रीय और मातृभूमि सुरक्षा मामला मानते हैं.’
हालांकि वॉटसन ने दोहराया कि जांच में क्रुक्स की ‘किसी भी साथी या सह-साजिशकर्ता, विदेशी या घरेलू’ के बीच ‘संबंधों की पहचान नहीं हुई है.’