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अमेरिका चुनाव 2024: राष्ट्रपति पद की रेस से आखिर क्यों पीछे हटे जो बाइडन? पहली बार खुलकर बताई सारी वजहें

US President Election 2024: जो बाइडन ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की रेस से पीछे हटने के बाद पहली बार देश को संबोधित किया. ओवल ऑफिस से अमेरिकियों को संबोधित करते हुए बाइडन ने अपने इस फैसले के पीछे की वजह बताई.

वाशिंगटन. जो बाइडन ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की रेस से पीछे हटने के बाद पहली बार देश को संबोधित किया. ओवल ऑफिस से अमेरिकियों को संबोधित करते हुए बाइडन ने अपने इस फैसले के पीछे की वजह बताई. इस दौरान उन्होंने देश में एकता के महत्व पर जोर डालते हुए कहा कि उन्होंने फिर से चुनाव न लड़ने का फैसला किया है. उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी में युवा आवाजों को बढ़ावा देने के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को अपना समर्थन देने की बात कही है.

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ओवल ऑफिस से देश के नाम अपने आखिरी भाषण में बाइडनन ने कहा कि देश में नई सोच और नई आवाजों के लिए जगह है. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘सार्वजनिक जीवन में लंबे समय के अनुभव का अपना महत्व होता है, लेकिन साथ ही नई आवाजों, ताज़ा आवाजों, और हां युवा आवाजों का भी अपना एक समय और स्थान होता है.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने ‘अपनी पार्टी को एकजुट’ करने के लिए व्हाइट हाउस की दौड़ से अपना नाम वापस ले लिया है.

राष्ट्रपति पद की रेस से पीछे हटने की वजह
जो बाइडन कई हफ्तों तक यह जोर देकर कहते रहे थे कि वे ही पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को टक्कर देने वाले सबसे बेहतरीन उम्मीदवार हैं. हालांकि फिर अचानक उन्होंने इस रेस से हटने का ऐलान कर दिया. ऐसे में इस भाषण के जरिये बाइडेन ने पहली बार जनता को सीधे संबोधित करते हुए अपने इस फैसले के पीछे की वजह बताई.

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बाइडन ने बताया कि वह राष्ट्रपति पद की रेस से इसलिए पीछे हटे, ताकि ‘अपनी पार्टी को एकजुट’ कर सकें. उन्होंने कहा, ‘सार्वजनिक जीवन में लंबे अनुभव का अपना समय और स्थान होता है. लेकिन नए विचारों, नई आवाजों, और हां! युवा आवाजों का भी अपना समय और स्थान होता है.’

बाइडन ने बुधवार को अपने एक टीवी भाषण में अमेरिका को दुनिया के इतिहास का ‘सबसे शक्तिशाली विचार’ बताया. यह भाषण उन्होंने राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने की घोषणा करने के कुछ ही दिन बाद दिया. इसमें उन्होंने कहा, ‘अमेरिका एक विचार है, एक ऐसा विचार जो किसी भी सेना से ज़्यादा मज़बूत, किसी भी सागर से ज़्यादा विशाल, और किसी भी तानाशाह या अत्याचारी से ज़्यादा शक्तिशाली है.’ इसके साथ ही उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि नवंबर में होने वाले चुनाव में लोकतंत्र दांव पर है.

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कमला हैरिस की जमकर की तारीफ
अपने भाषण में बाइडन ने राष्ट्रपति पद के लिए कमला हैरिस को सपोर्ट करने की वजह भी बताई. उन्होंने उनकी तारीफ करते हुए उन्हें ‘मज़बूत’ और ‘सक्षम’ नेता बताया. ‘वो अनुभवी हैं, वो मज़बूत हैं, वो सक्षम हैं. वे मेरी एक अद्भुत साथी और हमारे देश के लिए एक बेहतरीन नेता रही हैं. अब, चुनाव आप पर, अमेरिकी जनता पर छोड़ता हूं.’

लगभग एक महीने पहले ट्रम्प के साथ हुई बहस में बुरी तरह पिछड़ने के बाद से ही डेमोक्रेटिक पार्टी के अंदर बाइडन की उम्मीदवारी को लेकर चिंता गहरा गई थी. उस बहस में वे अटक-अटक कर बोल रहे थे, उनका चेहरा उतरा हुआ लग रहा था और वे रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी के हमलों का जवाब देने में भी नाकाम रहे थे. इस घटना ने उनकी अपनी पार्टी के भीतर ही विद्रोह की चिंगारी भड़का दी. सवाल सिर्फ़ यही नहीं था कि क्या वे नवंबर में ट्रंप को हराने में सक्षम हैं, बल्कि यह भी था कि क्या 81 साल की उम्र में वे अब भी इतने दबाव वाले पद के लिए फिट हैं.

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