Semiconductor Plant: टाटा ग्रुप इस सेमीकंडक्टर प्लांट पर 27 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगा. यह प्लांट असम में मोरीगांव जिले के जागीरोड में बनने वाला है.
नई दिल्ली. टाटा ग्रुप (Tata Group) ने असम में अपने सेमीकंडक्टर प्लांट (Semiconductor Plant) पर काम शुरू कर दिया है. यह प्लांट मोरीगांव जिले के जागीरोड में बनने वाला है. इस प्लांट पर टाटा ग्रुप 27 हजार करोड़ रुपये का निवेश करने वाला है. इससे 30 हजार रोजगार पैदा होने की उम्मीद है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) और टाटा संस लिमिटेड के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन (N Chandrasekaran) ने शनिवार (3 अगस्त) को मोरीगांव जिले के जागीरोड में सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट फैसिलिटी का भूमि पूजन किया.
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जागीरोड में टाटा सेमीकंडक्टर प्लांट, भारत का पहला स्वदेशी सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट फैसिलिटी है. सरमा और चंद्रशेखरन, दोनों ने देश के विभिन्न हिस्सों से आए पुजारियों के मंत्रोच्चार के बीच अनुष्ठान किए. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सेमीकंडक्टर प्लांट के 3-डी मॉडल का अनावरण किया गया.
असम के CM ने पीएम मोदी और टाटा संस का जताया आभार
सरमा ने कहा कि यह असम के लोगों के लिए ‘स्वर्णिम दिन’ है और उन्होंने इस प्लांट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और टाटा संस लिमिटेड को धन्यवाद दिया. मुख्यमंत्री ने टाटा संस लिमिटेड के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को आश्वासन दिया कि कंपनी को इस प्लांट की स्थापना में कोई कठिनाई नहीं होगी और असम के लोग इसके लिए हमेशा आभारी रहेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री अश्विनी वैष्णव की पहल के कारण यह प्लांट असम में आ सका.
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सरमा ने कहा, ”उन्होंने हमें आश्वासन दिया था कि अगर टाटा एक कदम आगे बढ़ने के लिए तैयार है, तो केंद्र असम में प्लांट की स्थापना सुनिश्चित करने के लिए दो कदम आगे बढ़ेगा.” राज्य में उग्रवादी गतिविधियों में कमी आने के बाद भी बहुत कम प्राइवेट कंपनियां राज्य में निवेश करने को तैयार थीं, लेकिन सरमा ने कहा, ”मैंने आईआईआईटी, गुवाहाटी का को-स्पॉन्सर बनने के लिए चंद्रशेखरन से संपर्क किया था, जो उस समय टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के एमडी थे, और उन्होंने तुरंत सहमति दे दी थी.”
असम में पहले से कई सेक्टर्स में काम रहा है TATA
सरमा ने कहा कि टाटा असम के लिए नई नहीं हैं और वे चाय इंडस्ट्री, कैंसर केयर, हेल्थ केयर सुविधाओं, ऑटोमोटिव और अब इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे कई सेक्टर्स में यहां काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ”टाटा देश के किसी भी राज्य में यह इंडस्ट्री स्थापित कर सकते थे, लेकिन उन्होंने असम को चुना और हम इसके लिए आभारी हैं.”
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की जा चुकी है 1,000 लड़कियों की भर्ती
चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा ग्रुप स्थानीय युवाओं को काम पर रखने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके लिए 1,000 लड़कियों की भर्ती की जा चुकी है और ”हमें यकीन है कि वे राज्य और देश का भविष्य बनाएंगी और उसे आकार देंगी.” उन्होंने यह भी कहा कि टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने प्रोजेक्ट और असम के लोगों के लिए अपनी शुभकामनाएं दी हैं.
30 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
मुख्यमंत्री ऑफिस ने एक्स पर एक अन्य पोस्ट में कहा कि प्लांट चालू होने के बाद यह असम के इंडस्ट्रियल परिदृश्य को बदल देगा और एक नए युग की शुरुआत होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल 13 मार्च को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इस प्लांट की आधारशिला रखी थी. जागीरोड में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की अत्याधुनिक प्रोजेक्ट में 27,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा और इससे 30,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा. प्लांट का पहला चरण 2025 के मध्य तक चालू होने की उम्मीद है.