All for Joomla All for Webmasters
बिज़नेस

RBI गवर्नर ने चेक क्लियरेंस के समय को दिनों से घटाकर घंटों में करने का किया ऐलान, जानें – यह कैसे होगा संभव?

RBI

रिजर्व बैंक की एमपीसी की बैठक के नतीजे 8 अगस्त को जारी किए गए. जिसमें गवर्नर शक्तिकांत दास ने चेक को क्लियर करने का समय दो दिनों से घटाकर कुछ घंटे कर दिया है.

रिजर्व बैंक की द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक नतीजों का गुरुवार को गवर्नर शक्तिकांत दास ने ऐलान किया, जिसमें उन्होंने कहा कि चेक-क्लियरिंग साइकल को मौजूदा दो कारोबारी दिनों से घटाकर कुछ घंटों में किया जाएगा.

ये भी पढ़ें:–इस दिन 3 घंटे तक ठप रहेगा HDFC बैंक का UPI, Paytm, Gpay समेत इन ऐप्स से भी नहीं कर पाएंगे लेन-देन

बता दें, अभी तक, चेक को बैच प्रोसेसिंग मोड में चेक ट्रंकेशन सिस्टम (CTS) के तहत क्लियर किया जा रहा था. गवर्नर ने कहा कि CTS में ‘ऑन-रियलाइजेशन-सेटलमेंट’ के साथ निरंतर क्लियरिंग शुरू करके क्लियरिंग साइकल को कम करने का प्रस्ताव है.

जिसका मतलब है कि चेक प्रस्तुत किए जाने के दिन कुछ घंटों के भीतर क्लियर हो जाएंगे, जिससे चेक भुगतान में तेजी आएगी और भुगतानकर्ता और आदाता दोनों को लाभ होगा.

ये भी पढ़ें:– RBI MPC Meeting : गवर्नर की 10 बड़ी बातें…आम आदमी से अर्थव्‍यवस्‍था तक डालेंगी सीधा असर

RBI मौद्रिक नीति की बैठक नतीजों के दौरान हुई घोषणा

चेक क्लियरेंस की नई व्यवस्था चेक ट्रंकेशन सिस्टम (CTS) वर्तमान में चेक जमा करने से दो दिनों तक के क्लियरिंग साइकल के साथ चेक को प्रोसेस करता है. गवर्नर के बयान के अनुसार, RBI MPC मीट में नई घोषणा के तहत, चेक अब कुछ घंटों में स्कैन, प्रस्तुत और पास किए जाएंगे और कारोबारी घंटों के दौरान लगातार जारी रहेंगे. इस प्रकार, समाशोधन साइकल वर्तमान T+1 दिनों से घटकर कुछ घंटों का रह जाएगा.

चेक ट्रंकेशन सिस्टम क्या है?

चेक ट्रंकेशन सिस्टम (CTS) चेक को इलेक्ट्रॉनिक रूप से क्लियर करने की एक प्रक्रिया है, न कि प्रस्तुतकर्ता बैंक द्वारा भुगतानकर्ता बैंक शाखा में भौतिक चेक को संसाधित करने की. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने चेक क्लियरेंस को तेज करने के लिए 2021 में यह कदम उठाया.

ये भी पढ़ें:– UPI Transaction: बदल जाएगा यूपीआई से पेमेंट करने का तरीका, अब प‍िन नहीं दीदार से होगा काम!

फिजिकल चेक के बजाय, चेक की एक इलेक्ट्रॉनिक फोटो क्लियरिंग हाउस के माध्यम से भुगतानकर्ता शाखा को भेजी जाती है, साथ ही MICR कोड, प्रस्तुतकर्ता बैंक आदि जैसी आवश्यक जानकारी भी भेजी जाती है.

RBI मौद्रिक नीति बैठक

MPC ने लगातार नौवीं मौद्रिक नीति की बैठक के लिए बेंचमार्क रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने के लिए 4 से 2 बहुमत से मतदान किया. RBI ने FY25 के लिए वास्तविक GDP वृद्धि अनुमानों को 7.2 प्रतिशत और CPI मुद्रास्फीति अनुमानों को 4.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top