Punjab Weather पंजाब में इस बार के मानसून में पहली बार भारी बारिश हुई। सड़कें पानी से लबालब हो गई। इससे ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई। लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। निगम अधिकारियों ने दावे किए थे कि इस बार उनकी पूरी तैयारी है। पूरे शहर में रोड जालियों को साफ कर दिया गया है। इसके बावजूद सड़कों पर पानी भर गया।
ये भी पढ़ें:- जानें क्या है वाटर प्वाइजनिंग? क्या ज्यादा पानी पीना भी बन सकता है जहर? इसके लक्षण और रिस्क जानें
जागरण संवाददाता, लुधियाना। Punjab Weather News: इस मानसून सीजन में रविवार को पहली बार पूरे महानगर में जमकर वर्षा हुई। इसने लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत तो दिलाई, लेकिन जलभराव ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी। इसके लिए कहीं न कहीं नगर निगम सीधे तौर पर जिम्मेदार है।
रविवार को सुबह से बादल छाए हुए थे। करीब नौ बजे पानी बरसना शुरू हुआ। आधे घंटे तक हल्की वर्षा हुई और फिर वर्षा ने ऐसी रफ्तार पकड़ी कि पूरा महानगर टापू बन गया। नौ से साढ़े बारह बजे तक भारी वर्षा हुई। मौसम केंद्र चंडीगढ़ के अनुसार शहर में 57 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। सोमवार को धूप के साथ-साथ बादल छाने के आसार हैं।
बारिश ने खोली अधिकारियों के दावों की पोल
वहीं वर्षा ने निगम अधिकारियों के दावों की पोल खोलकर रख दी। शहर के ज्यादातर हिस्सों की सड़कों पर जलभराव हो गया। इससे ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई। कई लोगों के वाहन पानी में बंद हो गए। देर शाम तक पानी की निकासी शुरू होने से कुछ राहत मिलनी शुरू हुई थी। इस बार मानसून सीजन शुरू होने के बाद से पूरे महानगर में एक साथ वर्षा नहीं हुई है। अगर चंडीगढ़ रोड पर वर्षा हुई तो फिरोजपुर रोड सूखा रहा।
ये भी पढ़ें:- किडनी काम करेगी चकाचक, घटेगा डैमेज का डर, इन 5 फूड्स से जोड़ लें नाता
इलाकों में तीन फीट तक भरा पानी
साढ़े तीन घंटे तक वर्षा के कारण निचले इलाकों में तो तीन फीट तक पानी भर गया था। निगम अधिकारियों ने दावे किए थे कि इस बार उनकी पूरी तैयारी है। पूरे शहर में रोड जालियों को साफ कर दिया गया है। इसके बावजूद सड़कें पानी से लबालब भर गईं। फिरोजपुर रोड पर बने अंडर पास के हालात तो सबसे ज्यादा खस्ता दिखे। वहां तीन फुट तक पानी जमा हो गया। इस कारण वाहन चालकों को वैकल्पिक रास्ते अपनाने पड़े।
पुराने शहर के बाजारों में बुरे हालात रहे
भारी वर्षा के कारण शहर का कोई कोना ऐसा नहीं बचा जहां जलभराव की स्थिति न बनी हो। सबसे ज्यादा खराब हालात पुराने शहर के बाजारों में दिखे। तालाब बाजार, चौड़ा बाजार, चंडीगढ़ रोड, गिल रोड, शिवपुरी, हैबोवाल, चंदर नगर सहित सभी एरिया में दो फीट तक पानी भर गया। मोहल्लों में भी जलभराव की स्थिति बन गई।
लोग घरों में कैद होकर रह गए। आखिरकार देर शाम तक इन एरिया में पानी की निकासी हो सकी। इसके बाद लोगों ने कुछ राहत की सांस ली। वहीं बुड्ढा दरिया के हालात कुछ सामान्य ही रहे। कुछ देर के लिए बुड्ढा दरिया में जलस्तर जरूर बढ़ा लेकिन ज्यादा देर तक वर्षा नहीं होने के कारण हालात सामान्य हो गए।
ये भी पढ़ें:- बारिश के मौसम में आपके भी जोड़ों में हो रहा दर्द? अकड़ रही हैं हड्डियां, तुरंत मिलेगा आराम, बस कर लें 4 उपाय
स्ट्राम सीवरेज के बिना नहीं सुधर सकते हालात
महानगर में वर्षा के पानी की निकासी के लिए निगम की तरफ से स्ट्राम सीवरेज नहीं डाला गया है। वर्षा के पानी की निकासी के लिए रोड के किनारे जालियां लगाई हैं जिन्हें आगे सीवरेज लाइन से कनेक्ट किया गया है। ऐसे में वर्षा का पानी भी सीवरेज की लाइन से गुजरता है। सीवरेज लाइन में पहले ही घरों का पानी पूरी क्षमता के साथ गुजर रहा होता है। ऐसे में वर्षा के पानी की निकासी होना संभव नहीं होता है। ऐसे में स्ट्राम सीवरेज के बिना यह हालात सुधर नहीं सकते।
अधिकतम तापमान पांच डिग्री लुढ़का, दिन और रात का बराबर रहा
मौसम केंद्र चंडीगढ़ के अनुसार वर्षा की वजह से दिन और रात का तापमान बराबर रहा। दिन का तापमान 28.7 और रात का तापमान 28.6 डिग्री रहा। इससे एक दिन पहले शनिवार को अधिकतम तापमान 33.6 और न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस रहा था।
ये भी पढ़ें:- Olympic 2024: नीरज चोपड़ा ने जीता सिल्वर, भारत को मिला पांचवां मेडल
इस तरह अधिकतम तापमान में करीब पांच और न्यूनतम तापमान में करीब दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान हैकि सोमवार को भी शहर में बादल छाए रह सकते हैं। दिन में हल्की बूंदाबांदी व वर्षा की संभावना है।