Odisha Accident News सोमवार को अंबिकापुर-सीतापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भीषण सड़क हादसा हो गया। इस हादसे में एक ट्रक ने कार को टक्कर मार दी। इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई। इनमें एनटीपीसी (NTPC) कर्मचारी हरिनारायण शर्मा समेत उनकी पत्नी चंदा शर्मा व पुत्र पीयूष शर्मा मृतक हैं। घटना की जानकारी मिलते स्वजन देर रात सीतापुर पहुंचे।
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जागरण संवाददाता, अंबिकापुर। अंबिकापुर-सीतापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोमवार ट्रक की टक्कर से मृत एनटीपीसी कर्मचारी हरिनारायण शर्मा, पत्नी चंदा शर्मा व पुत्र पीयूष शर्मा का शव लेकर स्वजन मंगलवार की गृहग्राम हरई,बैढ़न (सिंगरौली) के लिए रवाना हो गए।
घटना की खबर पर शोक संतप्त स्वजन देर रात को ही सीतापुर पहुंच गए थे। शवों की स्थिति देख कर वे बिलख पड़े। कुछ घण्टे पहले ही तीनों हंसी-खुशी गांव से रवाना हुए थे। रास्ते में भीषण सड़क हादसे में तीनों की जान चली गई थी।
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हरिनारायण शर्मा सिंगरौली जिले के बैढ़न थाना क्षेत्र के हैं निवासी
सीतापुर थाना प्रभारी निरीक्षक प्रदीप जान लकड़ा ने बताया कि हरिनारायण शर्मा मूलतः मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले के बैढ़न थाना क्षेत्र के ग्राम हरई के रहने वाले थे। ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के दर्रीपाली स्थित एनटीपीसी प्लांट में पदस्थ थे।
परिवार के सदस्यों के साथ वे दर्रीपाली में ही निवास करते थे। कुछ दिन पहले ही पत्नी और बेटे के साथ अपनी कार से गृहग्राम गए थे। सोमवार की सुबह वे गांव से दर्रीपाली जाने निकले थे।
क्या है पूरा मामला?
शाम को बमलाया के पास ट्रक क्रमांक सीजी 15 डीएच 7957 से कार की टक्कर हो गई थी। टक्कर में कार का अगला हिस्सा ट्रक के भीतर घुस गया था। ट्रक को रोकने के बजाय चालक तेजी से चलाते हुए एक किलोमीटर दूर तक घसीटते ले गया था। बाद में ट्रक को खड़ी कर चालक फरार हो गया था।
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ट्रक के अंदर घुसी कार को बाहर निकालने के लिए पुलिस को क्रेन का सहारा लेना पड़ा था। क्षतिग्रस्त कार में फंसे शवों को बाहर निकालने गैस कटर से कार के कुछ हिस्सों को काटना पड़ा था। रात में पुलिस ने तीनों शव को मोर्चरी में रखवा दिया था। कार में मिले दस्तावेजों से मृतकों की पहचान होने पर स्वजन को सूचना दी गई थी।
ट्रक चालक की पहचान की गई
देर रात सीतापुर पहुंचे स्वजन को पोस्टमॉर्टम के लिए सुबह तक प्रतीक्षा करनी पड़ी। गांव से रवाना होने से पहले हरिनारायण शर्मा का परिवार जिन लोगों से मुलाकात कर निकला था, उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा था कि कुछ घंटों के भीतर ही तीनों कैसे उन्हें छोड़कर जा सकते है। मामले में ट्रक चालक की पहचान कर ली गई है।
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उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। उसके छिपने के संभावित ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है। ट्रक चालक ने टक्कर के बाद भी वाहन को तत्काल नहीं रोका था।
बाद में वह सुनसान जगह देखकर ट्रक खड़ा कर भाग गया था। कार के दोनों एयरबैग भी खुल गए थे लेकिन सामने बैठे पिता-पुत्र की प्राणरक्षा के काम नहीं आ सके थे।