भारतीय स्टेट बैंक (SBI) मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड-बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में संशोधन किया। इस बार भी बैंक ने एमसीएलआर दरों में इजाफा किया है। बैंक ने बताया कि नई दरें 15 अगस्त 2024 से लागू हो गई हैं। बैंक में एमसीएलआर दरों में 10 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया है। एमसीएलआर में बढ़ोतरी होने की वजह से लोन भी महंगा हो गया।
पीटीआई, नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने 78वां स्वतंत्रता दिवस के दिन लोनधारकों को झटका दे दिया था। दरअसल, बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड-बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में बढ़ोतरी की घोषणा की है। बैंक ने बताया कि एमसीएलआर में 10 बेसिस प्वाइंट (0.1 फीसदी प्वाइंट) का इजाफा किया गया है।
MCLR में बढ़ोतरी हो जाने के बाद अब लोन महंगा हो जाएगा। आपको बता दें कि लगातार तीसरी बार स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एमसीएलआर की दरों में बढ़ोतरी की है।
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एसबीआई की वेबसाइट पर पोस्ट की गई जानकारी के अनुसार पिछले एक साल की अवधि का एमसीएलआर 8.85 प्रतिशत की पिछली दर के मुकाबले 8.95 प्रतिशत अधिक आंका गया है। एमसीएलआर रेट का इस्तेमाल ऑटो लोन (Auto Loan), पर्सनल लोन (Persoal Loan) जैसे लोन की ईएमआई तय करने के लिए किया जाता है।
MCLR की नई दरें
- तीन साल के लिए एमसीएलआर दर 9 फीसदी से बढ़कर 9.10 फीसदी हो गया।
- दो सास के लिए MCLR रेट 8.95 फीसदी से बढ़कर 9.05 फीसदी हो गया।
- एक महीने के लिए एमसीएलआर रेट 8.35 फीसदी से बदलकर 8.45 फीसदी हो गई।
- तीन महीने के लिए एमसीएलआर दर 8.40 फीसदी से बढ़कर 8.50 फीसदी हो गई।
- छह महीने के लिए एमसीएलआर रेट 8.85 फीसदी हो गया, जो 8.75 फीसदी था।
- ओवरनाइट टेन्योर के लिए एमसीएलआर दर 8.20 फीसदी हो गई, जो 8.10 फीसदी थी।
बैंक ने बताया कि नई दरें 15 अगस्त 2024 से लागू हो गई हैं।
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आरबीआई एमपीसी बैठक में इस बार भी रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया गया था। रेपो रेट 6.5 फीसदी पर स्थिर है। एमपीएस बैठक के फैसलों के बाद एसीबीआई ने एमसीएलआर की दरों में बदलाव किया है।