Ganesh Festival 2024 पूरे देश में 7 सितंबर से 17 सितंबर तक गणेश चतुर्थी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा। भगवान गणेश को समर्पित यह हिंदू त्यौहार खासतौर से महाराष्ट्र में बड़े स्तर पर मनाया जाता है। गणपति बप्पा के आने से पहले पेशे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर एक मूर्तिकार रमाकांत देवरिया ने भगवान गणेश की एक जादुई मूर्ति का निर्माण किया है।
ये भी पढ़ें:- ITR Refund Scam : अगर मिले ये वाला मैसेज तो हो जाएं सावधान, एक गलती कर देगी खाता खाली
पीटीआई, मुंबई। गणेश चतुर्थी का त्योहार (Ganesh Chaturthi 2024) भगवान गणेश को समर्पित हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण त्यौहार है, जिसे देशभर में मनाया जाता है। मगर खासकर महाराष्ट्र (Maharashtra) में इसकी अधिक लोकप्रियता है। मुंबई के एक कलाकार ने आगामी गणपति उत्सव के लिए भगवान गणेश की एक अनोखी मूर्ति बनाई है, जिसमें भगवान के सामने रखे गए मोदक हवा में उड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं।
हिंदू धर्म में भगवान गणेश को ज्ञान, बुद्धि, सुख-समृद्धि और सौभाग्य का देवता कहा जाता है। 10 दिवसीय गणपति उत्सव अगले महीने 7 सितंबर से मनाया जाएगा। दरअसल, 28 साल के मूर्तिकार रमाकांत देवरिया ने इसे जादुई गणपति का नाम दिया है।
ये भी पढ़ें:- ₹2 लाख से ज्यादा के कैश ट्रांजैक्शन पर सरकार की नजर, CBDT ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को दिया खास निर्देश
चुंबकीय सर्किट को बनाना आसान काम नहीं था- देवरिया
पेशे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर रमाकांत देवरिया ने शनिवार को समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि मोदक को हवा में तैराने के लिए चुंबकीय सर्किट बनाया। उन्होंने कहा कि चुंबकीय सर्किट को बनाना आसान काम नहीं था।
मोदक को हवा में तैराने में 3.5 साल लगे- मूर्तिकार
देवरिया ने कहा, “चार साल पहले जब मैं अपने दोस्तों से बात कर रहा था, तब मुझे यह विचार आया था। सर्किट को पूरा करने, इसे प्राकृतिक रूप देने और मोदक को हवा में तैराने में मुझे लगभग 3.5 साल लग गए।” बता दें कि देवरिया सालों से पर्यावरण के अनुकूल गणपति की मूर्तियां बना रहे हैं।
ये भी पढ़ें:- DDA बेचेगा 40 हजार फ्लैट्स, कब से होगा रजिस्ट्रेशन शुरू, कितनी है कीमत, जानिए सब कुछ
विसर्जन के बाद घर में सजा सकते हैं मूर्ति
बचपन से ही मूर्तियां बनाते आ रहे मूर्तिकार रमाकांत ने कहा कि उन्होंने मिट्टी का इस्तेमाल करके गणपति की मूर्ति की सहजता को बनाए रखा है। लोग गणपति की इस मूर्ति के विसर्जन के बाद इसे सजावट के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।