गुरदासपुर की रहने वाली सोनिया ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति हैप्पी को मारने की साजिश रची थी। इस मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब पुलिस के हाथ सोनिया का मोबाइल फोन लगा। दरअसल सोनिया और उसके प्रेमी ने व्हाट्सएप चैट में हैप्पी को मारने की प्लानिंग किए हुए थे। सोनिया और हैप्पी की शादी 17 साल पहले हुई थी।
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संवाद सहयोगी, जालंधर। 17 साल पहले गांव कुक्कड़ पिंड के रहने वाले हैप्पी की शादी गुरदासपुर की रहने वाली सोनिया से हुई थी। शादी के बाद दोनों के चार बच्चे हुए कि अचानक तीन साल पहले गोल्डी बीमार हो गया।
उस समय पत्नी के गांव में रहने वाले युवक के साथ प्रेम संबंध बन गए। प्रेम संबंधों के लिए पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतारने के लिए साजिश रची।
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व्हाट्सएप चैट से खुला राज
दोनों ने मिलकर व्हाट्सएप पर चैट में तय किया कि प्रेमी जहर लाकर देगा और वह उसे जहर देगी अगर जहर का असर नहीं हुआ तो रात को प्रेमी गला रेतकर मार देगा।
कुछ दिनों तक पत्नी जहर थोड़ा थोड़ा करके देती रही अंत में पति की मौत हो गई। पति के रास्ते से हटने के बाद पत्नी मौका देख चारों बच्चों को छोड़कर प्रेमी के साथ कहीं चली गई और दो साल तक वापस घर नहीं आई।
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मोबाइल छोड़कर न जाती तो नहीं खुलता राज
हत्या का राज नहीं खुलता अगर घर से जाते समय पत्नी मोबाइल घर छोड़कर न जाती। परिवार को मोबाइल मिला तो प्रेमी के साथ की हुई चैट उनके हाथ लग गई, जिसमे दोनों मिलकर पति को मिलकर मौत के घाट उतारने की साजिश रच रहे थे।
परिवार ने मोबाइल पुलिस दे दिया और पुलिस ने मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा। थाना कैंट की पुलिस ने जांच के दो साल के बाद मृतक गोल्डी की पत्नी सोनिया और उसके प्रेमी मनजिंदर सिंह के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। आरोपित पुलिस की पहुंच से बाहर है।
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17 साल पहले हुई थी दोनों की शादी
हैप्पी के पिता बलदेव सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके बेटे की शादी करीब 17 साल पहले सोनिया के साथ हुई थी। उक्त शादी से दोनों को चार बच्चे थे। उसने बताया कि बेटे की मौत के बाद बहु भोग वाले दिन शाम को कहीं चली गई थी, जिसके बाद परिवार ने गुमशुदा की शिकायत थाना कैंट की पुलिस को दी तो पुलिस उसकी 15 फोटो मांगी।
वह परिवार सहित बहु के कमरे से उसकी फोटो ढूंढ रहे थे कि उनके हाथ उसकी फोन लग गया, जिसे खोलने पर बेटे की हत्या का राज का पता चला। उसने बताया कि मोबाइल में दोनों की चैट और रिकार्डिंग थी, जिसमें दोनों आपस में बात कर रहे थे कि अगर जहर से हैप्पी की मौत नहीं हुई तो वह रात को गला दबा कर उसे मार देंगे।
उन्होंने पुलिस को मोबाइल दे दिया और पुलिस जांच के बाद आरोपितों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। थाना कैंट के जांच अधिकारी हरभजन सिंह ने बताया कि उन्होंने जांच के बाद मृतक की पत्नी सोनिया और उसके दोस्त मनजिंदर सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और वह जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लेंगे।
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10 नवंबर 2022 की है घटना
बता दें कि हैप्पी का शव परिवार को 10 नवंबर 2022 को गांव हरिमानपुर के पास हैप्पी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था मौत के कुछ दिनों के बाद उसकी पत्नी सोनिया घर से कहीं चली गई थी।
परिवार सोनिया को काफी देर तक ढूंढता रहा, मगर कुछ हाथ नहीं लगा। इसे लेकर परिवार द्वारा गुमशुदा की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई गई थी और उसके बाद परिवार को सोनिया का मोबाइल मिला था, जिससे हत्या के राज से पर्दा उठा था।
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दो साल बाद केस हुआ दर्ज, पिता सुनकर हुए भावुक
पिता बलदेव सिंह ने बताया कि हैप्पी ढाबे पर काम करता था और सब कुछ ठीक चल रहा था कि अचानक बेटे की मौत हो गई थी, जिसके बाद वह उन्होंने बहु के खिलाफ सारे सबुत पुलिस को दिए। वह बेटे को इन्साफ दिलाने के लिए दो साल में कई बार थाने में चक्कर काटते रहे लेकिन दो साल के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया।
जब इस बात का पता चला कि बेटे की हत्या का केस दर्ज हो गया है तो वह भावुक हो गए। उसने पुलिस से गुहार लगाई है कि आरोपितों को गिरफ्तार कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जाए ताकि उसके मन को चेन मिले कि उसने बेटे के हत्यारों को जेल पहुंचा दिया है।