aja ekadashi vrat ke fayde: भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन अजा एकादशी का व्रत रखते हैं. अजा एकादशी पर 3 शुभ संयोग बनेंगे. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि अजा एकादशी व्रत रखने से कौन से फायदे होते हैं? अजा एकादशी व्रत का पारण किस समय है?
अजा एकादशी का व्रत भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन रखते हैं. इस साल अजा एकादशी के दिन 3 शुभ संयोग बन रहे हैं. इसके कारण भी यह व्रत काफी महत्वपूर्ण है. अजा एकादशी का व्रत राजा हरिश्चंद्र ने भी रखा था, जिसके कारण उनके जीवन में काफी सकारात्मक बदलाव देखने को मिले. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि अजा एकादशी पर कौन से 3 शुभ संयोग बन रहे हैं? अजा एकादशी व्रत रखने से कौन से फायदे होते हैं? अजा एकादशी व्रत का पारण किस समय है?
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अजा एकादशी 2024 तारीख
इस साल अजा एकादशी का व्रत 29 अगस्त दिन गुरुवार को रखा जाएगा. अजा एकादशी व्रत के लिए जरूरी भाद्रपद कृष्ण एकादशी तिथि की शुरूआत 29 अगस्त को 01:19 एएम पर होना है, जो 30 अगस्त को 01:37 एएम पर खत्म होगी.
अजा एकादशी पर बनेंगे 3 शुभ संयोग
इस बार की अजा एकादशी के दिन 3 शुभ संयोगों का निर्माण हो रहा है. पहला संयोग तो यह है कि भगवान विष्णु का यह व्रत गुरुवार के दिन है. गुरुवार भगवान विष्णु की पूजा और व्रत का दिन है. दूसरा संयोग यह है कि अजा एकादशी पर सर्वार्थ सिद्धि योग बनेगा. जो उस दिन शाम के समय 4:39 बजे बनेगा और पारण वाले दिन 30 अगस्त को प्रात: 5:58 बजे खत्म होगा. तीसरा संयोग यह है कि व्रत वाले दिन सुबह में सिद्धि योग बनेगा, जो शाम 6:18 बजे तक रहेगा.
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कब करें अजा एकादशी की पूजा?
यदि आप 29 अगस्त को अजा एकादशी का व्रत रहना चाहते हैं तो आपको सूर्योदय के बाद से पूजा अर्चना करनी चाहिए क्योंकि उस समय सिद्धि योग है. उसके अलावा शुभ-उत्तम मुहूर्त सुबह में 05:58 बजे से लेकर सुबह 07:34 बजे तक है. वहीं चर-सामान्य मुहूर्त 10:46 एएम से 12:22 पीएम तक है, वहीं लाभ-उन्नति मुहूर्त 12:22 पीएम से 01:58 पीएम तक और अमृत -सर्वोत्तम मुहूर्त 01:58 पीएम से 03:34 पीएम तक है.
अजा एकादशी व्रत के पारण का समय
अजा एकादशी के व्रत का पारण 30 अगस्त शुक्रवार को होगा. उस दिन आप पारण सुबह में 7:49 बजे से 8:31 बजे के बीच कर सकते हैं.
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अजा एकादशी व्रत के फायदे
1. जो व्यक्ति अजा एकादशी का व्रत रखता है, उसकी गरीबी दूर होती है. घर में सुख और समृद्धि आती है.
2. यदि आप आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं या आप पर कर्ज है तो आपको अजा एकादशी का व्रत रखना चाहिए. श्रीहरि की कृपा से व्यक्ति को वित्तीय संकट से मुक्ति मिलती है.
3. यदि आपने कोई अपनी बहुमूल्य वस्तु खो दी है तो भी आप अजा एकादशी का व्रत रखकर उसे प्राप्त कर सकते हैं. ऐसी धार्मिक मान्यता है क्योंकि राजा हरिश्चंद्र ने अजा एकादशी का व्रत किया था, जिसके प्रभाव से उनका खोया हुआ राजपाट, धन, दौलत, पत्नी और पुत्र प्राप्त हो गए थे.
4. अजा एकादशी का व्रत करने से संतान सुखी रहती है, उस पर आने वाले संकट दूर होते हैं.
5. अजा एकादशी का व्रत रखने और भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करने पर पाप मिटते हैं और मृत्यु के बाद व्यक्ति को स्वर्ग की प्राप्ति होती है.