सरकार ने टाटा ग्रुप की एयर इंडिया और विस्तारा के बीच मर्जर की आखिरी अड़चन को भी दूर कर दिया। दरअसल सिंगापुर एयरलाइंस को एयर इंडिया के साथ विस्तारा के प्रस्तावित मर्जर के हिस्से के रूप में फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) के लिए सरकार से मंजूरी मिल गई। विस्तारा का संचालन टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस मिलकर करते हैं। मर्जर इस साल के आखिर तक पूरा हो सकता है।
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बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अगर आप टाटा ग्रुप की विस्तारा एयरलाइंस से सफर करना पसंद करते हैं, तो आप सिर्फ 11 नवंबर, 2024 तक की ही फ्लाइट्स बुक कर पाएंगे। एयरलाइन के मुताबिक, अगले महीने की शुरुआत से यात्री 12 नवंबर या उसके बाद के लिए विस्तारा का टिकट नहीं बुक कर पाएंगे। 11 नवंबर के बाद से सभी विस्तारा प्लेन को एयर इंडिया ऑपरेट करेगा। विस्तारा प्लेन के लिए बुकिंग एयर इंडिया की वेबसाइट पररीडायरेक्ट की जाएगी।
विस्तारा-एयर इंडिया मर्जर को मंजूरी
सरकार ने टाटा ग्रुप की एयर इंडिया और विस्तारा के बीच मर्जर की आखिरी अड़चन को भी दूर कर दिया। दरअसल, सिंगापुर एयरलाइंस को एयर इंडिया के साथ विस्तारा के प्रस्तावित मर्जर के हिस्से के रूप में फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) के लिए सरकार से मंजूरी मिल गई। विस्तारा का संचालन टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस मिलकर करते हैं। अब विस्तारा और एयर इंडिया का मर्जर इस साल के आखिर तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।
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मर्जर के बाद कैसी होगी नई एंटिटी
विस्तारा और एयर इंडिया के मर्जर का एलान नवंबर 2022 में हुआ था। एयर इंडिया का मालिकाना हक भी टाटा ग्रुप के ही पास है। वहीं, विस्तारा में फिलहाल टाटा ग्रुप की हिस्सेदारी 51 फीसदी और सिंगापुर एयरलाइंस की 49 फीसदी है। विलय के तहत प्लेन, स्टाफ और रूट सभी का मर्जर होगा। मर्जर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद एयर इंडिया दुनिया के सबसे बड़े एयरलाइन ग्रुप में से एक बन जाएगी। इसमें सिंगापुर एयरलाइंस की हिस्सेदारी 25.1 फीसदी रहेगी। वह एयर इंडिया में 27.6 करोड़ डॉलर का निवेश भी करेगी।