चारधाम यात्रा अभी नवंबर तक चलेगी. देश के कोने-कोने से श्रद्धालु चारधाम यात्रा में पहुंच रहे हैं. अभी तक सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम के दर्शन किये हैं.
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चारधाम यात्रा अभी जारी है. पिछले दिनों बारिश और भूस्खलन से यात्रा प्रभावित हुई थी लेकिन उसके बाद फिर से शुरू हो गई. चारधाम यात्रा के दूसरे चरण में दर्शन करने के लिए प्रतिदिन ऑनलाइन माध्यम से औसतन 5 हजार से अधिक रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं. कहा जा रहा है कि मानसून सीजन खत्म होने के बाद 15 सितंबर के बाद फिर से चारधाम यात्रा रफ्तार पकड़ेगी और अधिक से अधिक श्रद्धालु मंदिरों के दर्शन करेंगे. अभी तक चारधाम यात्रा में 33 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं और सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम में दर्शन किये हैं.
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चारधाम यात्रा शुरू होने से लेकर अब तक चारों धामों के लिए 56 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. इसमें 33 लाख से ज्यादा यात्री बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के दर्शन कर चुके हैं. इस साल अक्तूबर और नवंबर तक चारधाम यात्रा चलेगी. बारिश और भूस्खलन के कारण चारधाम यात्रा को बीच में ब्रेक लगा था और कम-कम श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंच रहे थे.
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बताया जा रहा है कि केदारनाथ धाम में एक दिन में दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या पांच सौ से कम हो गई है. जबकि बदरीनाथ धाम में एक दिन में 1500 श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं. अभी तक केदारनाथ धाम में 10.97 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. वहीं, बदरीनाथ धा में 9.22 लाख, गंगोत्री धाम में 6.12 लाख और यमुनोत्री 5.23 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. चारधाम यात्रा में इस साल पिछले साल के रिकॉर्ड टूटने के उम्मीद हैं. चार धाम या किसी भी धाम की यात्रा के लिए सबसे पहले श्रद्धालुओं को हरिद्वार या ऋषिकेश पहुंचना होगा. देहरादून में जॉली ग्रांट हवाई अड्डा ऋषिकेश से लगभग 20 किमी दूर है. यह हवाई अड्डा भारत के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है. केदारनाथ पहुंचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश या हरिद्वार है. ऋषिकेश या हरिद्वार से श्रद्धालु बसों द्वारा आगे जा सकते हैं. हरिद्वार और ऋषिकेश से केदारनाथ से पहले अंतिम सड़क पड़ाव गौरीकुंड तक टैक्सी सेवा भी उपलब्ध है. श्रद्धालु टैक्सी से भी जा सकते हैं.