जम्मू-कश्मीर के बनिहाल में सोमवार शाम बादल फटने से बनकूट नाले में बाढ़ आ गई। बनकूट नाले का जलस्तर बढ़ने पर नाले के किनारे पर बनाए जा रहे स्टेडियम के अंदर पानी व मलबा पहुंच गया। जिसकी चपेट में आने से एक मजूर की मौत हो गई। रामबन प्रशासन की तरफ से लोगों की मदद के लिए टीमों को मौके पर रवाना किया गया है।
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- बादल फटने के बाद बनकूट नाले का जलस्तर बढ़ने पर आ गई बाढ़।
- किनारे पर बनाए जा रहे स्टेडियम के अंदर पहुंच गया पानी व मलबा ।
- पुलिस, एसडीआरएफ और क्यूआरटी टीम घटनास्थल के लिए रवाना।
जागरण संवाददाता, उधमपुर। रामबन के राजगढ़ में 26 अगस्त को बादल फटने के बाद आई तबाही से अभी लोगों को राहत नहीं मिली थी कि रामबन के सब डिविजन बनिहाल में सोमवार शाम को बादल फटने पर बनकूट नाले में बाढ़ आ गई ।
इसमें बनिहाल में तैयार किए जा रहे स्टेडियम के कार्य में जुटे जेसीबी के हेल्पर की मौत हो गई है। जानकारी मिलने पर रामबन प्रशासन ने बचाव कार्य के लिए पुलिस, एसडीआरएफ और क्यूआरटी टीम को रवाना कर दिया है।
समाचार लिखे जाने तक राहत व बचाव कार्य चल रहा था। मृतक की पहचान जाहिर अब्बास पुत्र अब्दुल क्यूम निवासी मंजूर सराची खैरी रामबन के रूप में हुई है।
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मलबे में दबने से मजदूर की चली गई जान
जानकारी अनुसार रामबन में शाम करीब छह बजे तेज बारिश शुरू हुई और शाम करीब साढ़े छह बजे बनिहाल में बादल फटने के बाद बनकूट नाले का जलस्तर बढ़ने पर बाढ़ आ गई। देखते ही देखते नाले का जलस्तर बढ़ने पर नाले के किनारे पर बनाए जा रहे स्टेडियम के अंदर पानी व मलबा पहुंच गया।
इसी दौरान जेसीबी के साथ काम कर रहा हेल्पर जहीर अब्बास मलबे की चपेट में आ गया। मौके पर मौजूद लोगों ने मिल कर जहीर को मलबे से बाहर निकालने का प्रयास शुरू कर दिया। कड़ी मशक्कत कर उसको मलबे से बाहर निकाल कर उपचार के लिए बनिहाल अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
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बचाव में जुटी पुलिस और SDRF की टीम
रामबन प्रशासन की तरफ से लोगों की मदद के लिए पुलिस, एसडीआरएफ और क्यूआरटी टीम को रवाना कर दिया है। कुछ स्थानीय युवा भी बचाव कार्य में मदद कर रहे है। समाचार लिखे जाने तक राहत व बचाव अभियान चल रहा था और अभी तक किसी के लापता होने की सूचना नहीं थी।
रामबन प्रशासन की तरफ से लोगों से अपील की गई है कि कोई भी नदी नालों की तरफ न जाए और अपने आप को सुरक्षित रखें। बाढ़ से बचाव के तैयार किए गए जा स्टेडियम को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा है। नाले से मलबा व पानी स्टेडियम के अंदर चला गया है।
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एक सप्ताह पहले राजगढ़ में फटा था बादल
26 अगस्त सोमवार दोपहर करीब ढाई बजे राजगढ़ में बादल फटने के बाद दो नालों में बाढ़ आ गई थी। बाढ़ की चपेट में तीन परिवारों के सात लोग आ गए थे और सभी मलबे में बह गए थे। कई सरकारी स्कूलों के साथ ही लोगों के घर भी क्षतिग्रस्त हो गए थे। चार से अधिक वाहन भी बाढ़ की चपेट में आने पर बह गए थे।
बाढ़ में बहने वाले लोगों का पता लगाने को कई दिनों तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया और अभी तक केवल तीन लोगों के ही शव बरामद हुए है। जबकि चार लोग अभी भी लापता है और इनको तलाश करने का हर संभव प्रयास चल रहा है।