Onion Stock: टमाटर के रेट नीचे आने के बाद प्याज के दाम में तेजी आ गई और अब ये बढ़कर 60 से 70 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गए. लेकिन अब सरकार ने इनसे राहत देने का प्लान तैयार कर लिया है.
Onion Price in Delhi: टमाटर की कीमत में नरमी के बाद पिछले कुछ दिनों से प्याज के दाम फिर से चढ़ने शुरू हो गए हैं. रिटेल मार्केट में प्याज 60 से 70 रुपये किलो के रेट पर बिक रही है. प्याज की बढ़ती कीमत पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार गुरुवार (5 सितंबर) से दिल्ली- एनसीआर में सस्ती दर पर प्याज की बिक्री करेगी. प्याज की यह बिक्री मोबाइल वैन और एनसीसीएफ की खुदरा दुकानों के जरिये 35 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर की जाएगी.
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दिल्ली में कहां-कहां मिलेगी सस्ती प्याज
सरकारी बयान में बताया गया कि खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी, कृषि भवन से प्याज की खुदरा बिक्री का शुभारंभ करेंगे. इसमें कहा गया है कि मोबाइल वैन के जरिये बिक्री कृषि भवन, एनसीयूआई कॉम्प्लेक्स, राजीव चौक मेट्रो स्टेशन, पटेल चौक मेट्रो स्टेशन और नोएडा के कुछ हिस्सों सहित 38 जगहों पर की जाएगी. बाजार में सस्ती प्याज की बिक्री करने का मकसद स्थानीय आपूर्ति में सुधार करना और रसोई में इस्तेमाल होने वाले इस प्रमुख खाद्य पदार्थ की बढ़ती कीमत पर लगाम लगाना है.
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60 रुपये किलो से ऊपर पहुंचा रेट
राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में प्याज 60 रुपये किलो से ज्यादा की कीमत पर बिक रही है. एनसीसीएफ ने महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के किसानों से सीधे खरीदे गए प्याज का बफर स्टॉक बनाए रखा है. उपभोक्ताओं को अत्यधिक कीमत से बचाने और बिचौलियों को अप्रत्याशित लाभ से बचाने के लिए, उसी प्याज को 35 रुपये किलो की रियायती दर पर रिटेल बिक्री के जरिये बेचा जाएगा. एनसीसीएफ ने कहा कि किसानों से सीधे संपर्क करके और रियायती दर पर प्याज की पेशकश करके, वह ग्राहकों पर कीमत में उतार-चढ़ाव के असर को कम करने में अहम भूमिका निभा रहा है.
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प्याज की कीमत में क्यों आ रही तेजी?
प्याज की कीमत बढ़ने का कारण कई चीजों से जुड़ा होता है. यदि प्याज की फसल बारिश से प्रभावित होती है तो फसल खराब होने से उत्पादन कम होता है और कीमत में इजाफा हो जाता है. दूसरा कम बारिश या सूखे से भी प्याज की पैदावार प्रभावित होती है और इसका असर कीमत पर देखा जाता है. इसके अलावा भंडारण कम हुआ है तो बाजार में नई फसल के आने से पहले ही कीमत में इजाफा देखा जाता है. बाजार में प्याज की आपूर्ति कम होने से मांग और आपूर्ति के नियम के अनुसार कीमतें बढ़ जाती हैं.