Tata Sons Annual Report: वित्त वर्ष 2023-24 टाटा संस के मुनाफे में 74 फीसदी का तेज उछाल रहा. वित्त वर्ष के अंत में टाटा ग्रुप का कंबाइंड मार्केट कैप 30,36,905 करोड़ रुपये रहा.
नई दिल्ली. टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस (Tata Sons) ने अपने बीते वित्त वर्ष की सालाना रिपोर्ट जारी कर दी है. कंपनी का वित्त वर्ष 2023-24 (FY24) में कंसोलिडटेड नेट प्रॉफिट 74 फीसदी बढ़कर 49,000 करोड़ रुपये रहा. मुनाफे में बढ़त आईटी सेक्टर, फाइनेंस और एविएशन सेक्टर के बेहतर प्रदर्शन की वजह से रहा है. वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 14.64 फीसदी बढ़कर 4.76 लाख करोड़ रुपये हो गया.
कंपनी की 106वीं वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, कुल प्रॉफिट में से शेयरधारकों को दिया जाने वाला हिस्सा 34,625 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2023 में दर्ज 16,847.79 करोड़ रुपये के दोगुने से भी ज्यादा है. कंपनी ने अपने निवेशकों को 35,000 रुपये का डिविडेंड दिया है जो कि वित्त वर्ष 2022-23 के 17,500 के डिविडेंड के मुकाबले दोगुना है
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वित्त वर्ष 2023-24 में एन चंद्रशेखरन को मिले ₹135 करोड़
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन की सैलरी वित्त वर्ष 2024 में 20 फीसदी बढ़कर 135.32 करोड़ रुपये हो गई. वह 2016 में कंपनी के बोर्ड में शामिल हुए थे. कंपनी के सीएफओ सौरभ अग्रवाल को 30.35 करोड़ रुपये का कंपंजेशन मिला, जिसमें 24 करोड़ रुपये कमीशन के रूप में दिए गए. टीसीएस के सीईओ के कृतिवासन, आईएचसीएल के प्रमुख पुनीत छतवाल और टाटा स्टील के प्रमुख टीवी नरेंद्रन को वित्त वर्ष 2024 में क्रमशः 25 करोड़ रुपये, 19 करोड़ रुपये और 17 करोड़ रुपये का वेतन मिला.
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एविएशन बिजनेस का कैसा रहा हाल
टाटा ग्रुप के एविएशन सेगमेंट का घाटा वित्त वर्ष 2024 में घटकर आधा हो गया है. एविएशन कारोबार से घाटा 6337 करोड़ रुपये रहा है जो कि एक साल पहले 15414 करोड़ रुपये पर था. एविएशन बिजनेस में एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, टाटा एसआईए एयरलाइंस (विस्तारा) और एआईएक्स कनेक्ट (पहले एयरएशिया इंडिया) शामिल है.
30.37 लाख करोड़ रुपये रहा टाटा ग्रुप का कंबाइंड मार्केट कैप
वित्त वर्ष 2024 के अंत में टाटा ग्रुप का कंबाइंड मार्केट कैप 30,36,905 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के 20,71,467 करोड़ रुपये से 47 फीसदी ज्यादा है.