Hezbollah pager blasts: हिजबुल्लाह ने गोल्ड अपोलो कंपनी से हजारों की संख्या में पेजर खरीदे थे. इन्हीं पेजर में धमाके हुए हैं. हर पेजर की कीमत 200 डॉलर बताई जा रही है.
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नई दिल्ली: Hezbollah pager blasts: जिस वक्त हिजबुल्लाह के हजारों पेजर में एक साथ धमाके हुए थे.उस वक्त सारे पेजर में एक ही हरकत हुई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक पहले तो सारे पेजर पर एक मैसेज आया. फिर वे वाइब्रेट करने लगे और धमाके के साथ फट गए. रिपोर्टों के अनुसार, लेबनान में इजरायल के साइबर हमले में जिन पेजर उपकरणों का इस्तेमाल किया गया था, उनमें एक विस्फोटक चार्ज था, जिसे पहले लगाया गया था और बाद में विस्फोट कर दिया गया. दावा किया जा रहा है कि मोसाद ने पीईटीएन (PETN) यानी pentaerythritol tetranitrate का इस्तेमाल किया था. इसे पेजर की बैटरी के बगल में लगाया गया था. सारे पेजर पर एक साथ मैसेज भेजकर उन्हें वाइब्रेट कराकर विस्फोट कराया गया.
क्या था मैसेज
हिजबुल्लाह ने अपनी शुरुआती जांच के बाद कई खुलासे किए हैं. यह भी बताया गया है कि सारे पेजर पर एक जैसे मैसेज आए थे. वह एक एरर (Error) मैसेज था. मैसेज के बाद यह पेजर वाइब्रेट करने लगा तो ये काफी गर्म हो गया. कई लोगों ने समझ लिया कि कुछ गड़बड़ है इसलिए उन्होंने पेजर को दूर फेंक दिया. लेकिन ज्यादातर लड़ाकों को यह घातक विस्फोट बुरी तरह घायल कर गया.
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क्या होता है PETN विस्फोटक
pentaerythritol tetranitrate एक रासायनिक पदार्थ है. इसकी खोज प्रथम विश्व युद्ध में की गई थी. यह प्लास्टिक विस्फोटक का निर्माण करता है. इसलिए PETN दुनिया के सबसे खतरनाक विस्फोटकों में से एक बन जाता है. अणुओं की विशेष संरचना के चलते डिटेक्टर और सेंसर से इसे खोज पाना भी मुश्किल होता है. मोसाद जैसी खुफिया एजेंसियां ही नहीं बल्कि कई आतंकी संगठन जैसे अलकायदा, लश्कर ए तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन भी इसका यूज करते हैं. बता दें कि लेबनान और उसके लगती सीरिया की सीमा में ये सारे धमाके हुए हैं, जिसमें 11 लोगों की मौत हुई है और 4000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.