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हेल्थ

नाक पड़ी रही है काली? कहीं आप Chikungunya के नए वेरिएंट की गिरफ्त में तो नहीं

पुणे में इन दिनों Chikungunya के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, हाल ही में Chikungunya का नया वेरिएंट सामने आया है, जिसे लेकर लोगों में चिंता बढ़ गई है.

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इन दिनों देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग अलग-अलग बीमारियों से जूझ रहे हैं, इन्हीं में से एक है चिकनगुनिया. बरसात के मौसम में मच्छर से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ने लगती हैं, ऐसे में महाराष्ट्र के पुणे में चिकनगुनिया का प्रकोप देखने को मिल रहा है. चिंता की बात ये है कि हाल ही में पुणे में चिकनगुनिया का नया वायरस पाया गया है, जिसके तेजी से फैलने और इसके लक्षणों की गंभीरता के कारण व्यापक चिंता पैदा हो रही है.

इस नए वैरिएंट के कारण लोगों के शरीर में कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी पैदा हो रही हैं. इस वायरस के कारण लगभग 2,000 केस दर्ज किए गए हैं. चिंता की बात ये है कि चिकनगुनिया का म्यूटेशन हो रहा है. म्यूटेशन होने के चलते ये नया स्ट्रेन बन गया है. डॉक्टर्स की मानें तो अब चिकनगुनिया के मरीजों को लकवा मारने की शिकायत भी हो सकती है.

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चिकनगुनिया क्या है?

चिकनगुनिया एक वायरल संक्रमण है जो एडीज मच्छरों द्वारा फैलता है, जो डेंगू और जीका वायरस फैलाने के लिए भी जिम्मेदार हैं. यह वायरस बुखार और जोड़ों में गंभीर दर्द का कारण बनता है, जिससे अक्सर लंबे समय तक परेशानी बनी रहती है. हालांकि यह आमतौर पर जीवन के लिए खतरा नहीं है, नए संस्करण ने अपनी अधिक आक्रामक प्रकृति के कारण आशंकाएं बढ़ा दी हैं.

चिकनगुनिया के कारण:

चिकनगुनिया का प्राथमिक कारण संक्रमित एडीज मच्छर का काटना है, आमतौर पर ये मच्छर एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस होते हैं. ये मच्छर रुके हुए पानी में पनपते हैं और दिन के समय सबसे अधिक सक्रिय होते हैं.

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चिकनगुनिया के लक्षण:

चिकनगुनिया के लक्षण आमतौर पर संक्रमित मच्छर द्वारा काटे जाने के 4-8 दिन बाद दिखाई देते हैं. नए वैरिएंट में अधिक तीव्र लक्षण दिखाई दे रहे हैं, जिससे रोगियों के लिए जल्दी ठीक होना कठिन हो गया है. सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • तेज बुखार (अक्सर 102°F से अधिक)
  • नाक काली पड़ना
  • फेफड़ों और पेट में पानी भरने की शिकायत
  • प्लेटलेट काउंट में अचानक गिरावट
  • गंभीर जोड़ों का दर्द (विशेषकर कलाई, घुटनों और टखनों में)
  • मांसपेशियों में दर्द
  • सिरदर्द
  • थकान और कमजोरी
  • दाने (अंगों और धड़ पर)
  • जोड़ों का दर्द हफ्तों या महीनों तक बना रह सकता है, जिससे गतिशीलता और जीवन की गुणवत्ता पर गंभीर प्रभाव पड़ता है

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चिकनगुनिया से कैसे बचें-

  • रुके हुए पानी को हटाए, नियमित रूप से पानी के बर्तनों, फूलों के गमलों और अन्य स्थानों को खाली करें जहां पानी जमा हो सकता है.
  • खुली त्वचा परमॉस्किटो रेपेलेंट को लगाएं, खासकर सुबह के समय या दोपहर के दौरान जब मच्छर सबसे अधिक सक्रिय होते हैं
  • लंबी बाजू वाली शर्ट और पैंट त्वचा के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं
  • मच्छरों को दूर रखने के लिए घर पर मच्छरदानी का उपयोग करें
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