Pune CA Death: जापान ने आधी सदी पहले से ही काम के तनाव के चलते होने वाली मौतों यानी कारोशी को पहचानना शुरू कर दिया था. शोध के मुताबिक हफ्ते में 55 घंटे से ज्यादा काम और वीकेंड पर भी काम लगातार बना रहे तो सेहत संबंधी समस्याएं शुरू हो जाती हैं.
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नई दिल्ली: Pune CA Death-पुणे में EY कंपनी की चार्टर्ड अकाउंटेंट 26 साल की एना सेबेस्टियन पेरायिल (Anna Sebastian Perayil) की मौत हो गई. एना की मां ने कंपनी के प्रेसिडेंट को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि काम के ज्यादा दबाव के चलते उनकी बेटी की जान गई है. इसके बाद से सोशल मीडिया पर काम के घंटे और तनाव को लेकर बहस छिड़ी हुई है और एक जापानी शब्द चर्चा में है करोशी (Karoshi).
क्या है कारोशी
जापान में बहुत से युवा कर्मचारियों की मौत काम के दबाव के चलते होती है. इन्हें करोशी कहते हैं. जापान ने 1970 के दशक से ही काम के तनाव और कर्मचारियों की मृत्यु के बीच संबंध को जानने और उसे कम करने की दिशा में काम शुरू कर दिया था. जापानी शोध के मुताबिक हफ्ते में 55 घंटे या उससे ज्यादा काम करना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. इससे स्ट्रोक (stroke) की आशंका 35 फीसदी बढ़ जाती है. वहीं दिल की बीमारियों ( heart attack) का खतरा भी 17 फीसदी तक बढ़ जाता है.
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कारोशी के लक्षण
विशेषज्ञों के मुताबिक अगर काम के घंटे ज्यादा होते हैं और वीकेंड भी भी वर्क लोड जारी रहता है तो इससे स्वास्थ्य को लेकर कई समस्याएं खड़ी होती हैं. इसमें डिप्रेशन भी शामिल है. वहीं शरीर का वजन भी ज्यादा घट-बढ़ सकता है क्योंकि लोग जब ज्यादा काम करते हैं तो कई बार खाना नहीं खाते (Skipping meals) या फिर जंक फूड खाते हैं. शरीर में लगातार थकान (Fatigue) बनी रहती है. अगर सीने में दर्द और जकड़न (Chest tightness) की समस्या हो तो तुरंत अलर्ट पर आ जाना चाहिए. वहीं सिरदर्द, चक्कर आना, पेट में दर्द भी ज्यादा काम के चलते होने वाली समस्याओं के लक्षण हैं.
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काम के तनाव से बचने के तरीके
ऑफिस के काम से ब्रेक लें, संतुलित आहार लें, व्यायाम करें, अच्छी और पूरी नींद लें, परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं, फोन का उपयोग और स्क्रीन का समय कम करें.