अगर आपने भी राशन कार्ड की ई-केवाईसी (Ration Card eKYC) नहीं कराई है तो सितंबर के बाद राशन कार्ड से आपका नाम कट जाएगा। हालांकि अच्छी बात ये है कि राशन कार्डधारक पूरे देश में कहीं भी अपनी पसंद की किसी भी राशन डिपो पर जाकर ई-केवाईसी करा सकते हैं। अब पहले की तरह अपने गृह जिले में जाने की आवश्यकता नहीं है।
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- सितंबर बाद कट जाएगा राशन कार्ड से नाम
- मोबाइल नंबर राशन कार्ड से जोड़ने की मिली सुविधा
- पूरे देश में कहीं भी करा सकते हैं ई-केवाईसी
दीपक प्रजापति, यमुनानगर। अब राशन कार्डधारक पूरे देश में कहीं भी अपनी पसंद की किसी भी राशन डिपो पर जाकर ई-केवाईसी करा सकते हैं। यह व्यवस्था विशेष रूप से दूसरे प्रदेशों में रहने वाले मजदूरों के लिए फायदेमंद है, जिन्हें पहले ई-केवाईसी के लिए अपने गृह जिले तक जाना पड़ता था। ई-केवाईसी के साथ ही राशन कार्ड से मोबाइल नंबर जोड़ने की सुविधा भी मिलेगी।
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रोजी-रोटी के लिए गांव को छोड़कर दूसरे प्रदेशों में काम करने वाले लोगों को राशन कार्ड का ई-केवाईसी कराने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। अब उन्हें अपना काम छोड़कर सिर्फ ई-केवाईसी के लिए अपने गांव आने की जरूरत नहीं है। वह जहां काम कर रहे हैं, वहीं की नजदीकी राशन डिपो पर जाकर ई-केवाईसी करा सकते हैं।
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इन दस्तावेजों की होगी जरूरत
डीएफएससी जितेश गोयल ने बताया कि अब उपभोक्ता अपनी सुविधा के मुताबिक राशन डिपो होल्डर से संपर्क कर ई-केवाईसी करा सकेंगे। बस उन्हें नजदीकी राशन की दुकान पर जाना है। राशन कार्ड की ई-केवाईसी करने के लिए जरूरी दस्तावेज में धारक के पास राशन कार्ड नंबर व आधार होना अनिवार्य है, ताकि बायोमेट्रिक वेरीफिकेशन (मशीन में अंगुली लगाना या पुतलियों का प्रिंट लिया जाना) किया जाएगा।
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यह प्रक्रिया होने के बाद ई-केवाईसी डाटा विभागीय सर्वर पर संकलित कराया जाएगा। जिन लाभार्थियों का बायोमीट्रिक (अधिकतम 4 प्रयास, जिसमें तीन प्रयास फिंगर प्रिंट तथा अंतिम प्रयास आइरिस सम्मिलित है) एक दिन में असफल होते हैं, उन्हें ई-केवाईसी के लिए अग्रिम तीन माह में कभी भी दोबारा बायोमेट्रिक करने का विकल्प रहेगा।
बताया कि प्रदेश के ऐसे लाभार्थी हैं, जो किसी अन्य प्रदेश में ई-केवाईसी करते हैं तथा अन्य प्रदेशों के लाभार्थी, जो इस प्रदेश में ई-केवाईसी के लिए बायोमेट्रिक करते हैं। उनके ई-केवाईसी डाटा का सत्यापन और अपडेशन भारत सरकार की ओर निर्गत निर्देशों के अधीन होगा।
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मोबाइल नंबर जोड़े जाने की सुविधा रहे उपलब्ध
ई-केवाईसी के साथ इस विकल्प के अंतर्गत राशन कार्ड से मोबाइल नंबर जोड़े जाने की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। इसका उपयोग करते हुए राशनकार्ड मुखिया द्वारा अपने मोबाइल नंबर से फीड अथवा संशोधित किया जा सकेगा। यही नहीं किसी मुखिया के परिजन का संबंध गलत प्रदर्शित है तो उसे भी सुधारा जा सकेगा। इस संशोधन का अधिकार भी केवल राशनकार्ड के मुखिया को ही होगा।
राशन कार्ड की ई-केवाईसी के लाभ
- राशन कार्ड ई-केवाईसी के माध्यम से राशन कार्ड अपडेट हो जाता है।
- इसके माध्यम से परिवार के सभी वर्तमान सदस्यों को राशन कार्ड में जोड़ दिया जाता है।
- राशन कार्ड ई-केवाईसी से सरकार के पास कार्ड धारक का संपूर्ण विवरण उपलब्ध हो जाता है।
- इससे परिवार के सभी सदस्यों को योजना का लाभ प्राप्त होता है।
- राशन कार्ड ई-केवाईसी से यह सुनिश्चित हो जाता है कि राशन कार्ड योजना का लाभ राशन कार्ड धारक को ही मिल रहा है।
- यदि राशन कार्ड ई-केवाईसी से पहले किसी राशन कार्ड धारक के कार्ड पर कोई अन्य बिचोलिया लाभ ले रहा है, तो इसका पता लग जाता है। जिससे ई-केवाईसी के बाद राशन कार्ड धारक को लाभ मिलना प्राप्त हो जाता है।
- राशन कार्ड ई-केवाईसी के होने पर राशन कार्ड धारक के साथ धोखाधड़ी होने के चांसेस बहुत कम हो जाते हैं।