दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र आज से शुरू हो गया। इस्तीफे के बाद पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल पहली बार सदन को संबोधित करेंगे। शाम 4 बजे उनका संबोधन होना है। कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के हंगामे के कारण कार्यवाही कुछ समय के लिए स्थगित की गई थी। विधायक प्ले कार्ड लेकर सदन में पहुंचे थे और इस दौरान जमकर नारेबाजी की।
ये भी पढ़ें:– Gold-Silver Rate Today 26 September 2024: रिकॉर्ड हाई पर सोना, 75200 के हुआ पार, चांदी ने 90730 पर, यहां जानें अपने शहर के रेट
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आज से शुरू हो गया। आतिशी के मुख्यमंत्री बनने के बाद सदन का यह पहला सत्र है। इसमें दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी बात रखेंगे। वह शाम 4 बजे सदन को संबोधित करेंगे। इससे पहले, सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष ने हंगाम शुरू कर दिया। इसके बाद स्पीकर रामनिवास गोयल ने 15 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी थी।
वहीं, दिल्ली विधानसभा में बस मार्शलों की बहाली के लिए प्रस्ताव पास हो गया। दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 3 अक्टूबर को सुबह 11 बजे दिल्ली सरकार के सभी मंत्री, AAP और BJP के सभी विधायक LG साहब के यहां जाएंगे और बस मार्शलों की नियुक्ति के कागजों पर हस्ताक्षर करवाकर ही वापस आएंगे।
ये भी पढ़ें:– लगातार पांचवें हफ्ते बढ़ा Forex Reserves, 700 बिलियन डॉलर बहुत जल्द
10 हजार बस मार्शल बर्बादी के कगार पर: सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के लगभग 10,000 बस मार्शलों के परिवार बर्बादी के कगार पर हैं। कुछ बस मार्शल आत्महत्या तक कर चुके हैं। इनके घरों में चूल्हे तक नहीं जल पा रहे हैं। LG साहब ने पहले बस मार्शलों की तनख्वाह रोकी। जिसके बाद अरविंद केजरीवाल जी ने बस मार्शलों के हक में आवाज उठाई और LG साहब को पत्र लिखा, लेकिन उन्होंने बस मार्शलों की बहाली नहीं की।
ये भी पढ़ें:– मेट्रो स्टेशनों पर दुकान खोलने का मौका, जानिए किन-किन स्टेशनों पर सुविधा स्टोर खोलने को शुरू हुई बुकिंग
बस मार्शलों की बहाली होने तक नहीं उठेंगे: सौरभ भारद्वाज
उन्होंने कहा कि अब मैं BJP से कहता हूं कि अगले हफ्ते LG साहब के पास सभी मंत्री और विधायक जाएंगे और उनसे कहेंगे कि दिल्ली की चुनी हुई सरकार से बस मार्शलों की बहाली के लिए जो लिखवाना है, लिखवा लें। जब तक LG साहब बस मार्शलों की बहाली नहीं करेंगे, हम वहां से उठेंगे नहीं।