PPF Interesr Rate- पीपीएफ, एससीएसएस और अन्य छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें जल्द बढ़ सकती हैं. लोगों में बैंकों और डाकघर खातों में पैसे जमा कराने की घटती प्रवृति को रोकने के लिए सरकार इटेरेस्ट रेट बढ़ा सकती है.
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नई दिल्ली. पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (SCSS), नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करने वालों को जल्द अच्छी खबर मिल सकती है. सरकार चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्तूबर-दिसंबर) के लिए जल्द ही ब्याज दरों की समीक्षा करेगी. माना जा रहा है कि सरकार अगली तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में इजाफा करेगी. इसका कारण यह है कि देश के बैंकों में की डिपॉजिट ग्रोथ यानी पैसे जमा कराने की दर लगातार गिर रही है. इसी वजह से बैंकों को लोन बांटने में दिक्कत हो रही है. लोगों को बचत के लिए प्रोत्साहित करने और बैंकों और डाकघरों में डिपॉजिट बढ़ाने के लिए सरकार छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में वृद्धि कर सकती है.
चालू वित्तवर्ष की पहली तिमाही में बैंकों ने बहुत कम लोन बांटे. ट्रांसयूनियन सिबिल क्रेडिट मार्केट इंडीकेटर (CMI) की रिपोर्ट बताती है कि जून तिमाही में बैंकों ने होम, ऑटो, पर्सनल सभी तरह के लोन बांटने में कंजूसी दिखाई. सबसे सुरक्षित माने जाने वाले होम लोन पर असर भी सबसे ज्यादा पड़ा है. इस कैटेगरी में पिछले साल के मुकाबले पूरे 9 फीसदी की गिरावट दिख रही है.
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12 छोटी बचत योजनाएं चला रही है सरकार
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (SCSS), नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और सुकन्या समृद्धि समेत सरकार कुल 12 तरह की छोटी बचत योजनाएं चला रही है. इनके जरिए निवेशकों को लंबी अवधि में ज्यादा मुनाफा देने के लिए सरकार हर तीन माह में ब्याज दरों की समीक्षा करने के बाद उन्हें संशोधित करती है. पीपीएफ की ब्याज दरों में तो चार वर्षों से कोई बदलाव नहीं हुआ है. अप्रैल-जून 2020 में सरकार ने पीपीएफ की ब्याज दर को 7.9 फीसदी से घटाकर 7.1 फीसदी कर दिया है.
दो तिमाहियों से ब्याज दरों में नहीं हुआ बदलाव
चालू वित्त वर्ष की दो तिमाहियों (अप्रैल से सितंबर तक) सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में किसी तरह का संसोधन नहीं किया है और इन्हें यथावत रखा है. विशेषज्ञों का कहना है कि यदि ब्याज दर में बढ़ोतरी होती तो इससे बचत में वृद्धि होगी, जो कि पिछले कुछ वर्षों से सुस्त पड़ी है.
अब इतना मिल रहा है ब्याज
- सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (SCSS) : 8.2 फीसदी.
- सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) : 8.2 फीसदी है.
- नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) : 7.7 फीसदी.
- पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम : 7.4 फीसदी.
- किसान विकास पत्र : 7.5 फीसदी.
- पब्लिक प्रोविडेंट फंड : 7.1 फीसदी.