Haryana Weather हरियाणा में अगले 24 घंटे में कई इलाकों में झमाझम बारिश होने की संभावना है। वहीं कई इलाकों में सामान्य से कम बारिश हुई है। 12 जिलों में उम्मीद से अधिक बारिश हुई है। यह मानसून सीजन नूंह गुरुग्राम व महेंद्रगढ़ पर ज्यादा मेहरबान रहा। नूंह में सामान्य से 71 प्रतिशत गुरुग्राम में 53 प्रतिशत व महेंद्रगढ़ में सामान्य से 43 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है।
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- बादल छाने व बौछार गिरने की संभावना
- अधिकतर जगह साफ रह सकता है मौसम
- सामान्य से महज चार प्रतिशत कम बारिश
प्रदीप शर्मा, पानीपत। सितंबर माह बीतने को है और मानसून विदाई का समय भी करीब आ गया है। प्रदेश में अब तक मानसून का प्रदर्शन संतोषजनक रहा है। ओवरआल अब तक 424.6 एमएम वर्षा के मुकाबले 406.4 एमएम वर्षा हो चुकी है। जो सामान्य से महज 4 प्रतिशत कम है। यानि वर्षा का कोटा लगभग पूरा हो चुका है।
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वहीं जिले के हिसाब से वर्षा की स्थिति पर गौर करें तो 10 जिले ऐसे हैं जिनमें 10 से 38 प्रतिशत तक कम वर्षा दर्ज की गई है। 12 जिलों में सामान्य से 10 से 71 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में प्रदेश के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी तो कहीं पर मौसम साफ रहने की संभावना जताई है।
…होगा ठंड का आगमन
मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून अगले सप्ताह किसी समय वापसी की तैयारी करेगा। वर्षा और बादल न होने से अच्छी धूप निकलेगी, जिससे अगले सप्ताह तापमान बढ़कर 37 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। लगभग अगले 10 दिनों तक दिन गर्म बने रहेंगे, इसके बाद ठंडक धीरे-धीरे शुरू होगी। अक्टूबर के मध्य से रातें हल्की ठंडक के साथ शुरू होंगी।
इन जिलों में उम्मीद से ज्यादा वर्षा
यह मानसून सीजन नूंह, गुरुग्राम व महेंद्रगढ़ पर ज्यादा मेहरबान रहा। नूंह में सामान्य से 71 प्रतिशत, गुरुग्राम में 53 प्रतिशत व महेंद्रगढ़ में सामान्य से 43 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। इन तीन जिलों में अत्याधिक वर्षा हुई है।
हालांकि झज्जर, चरखी दादरी, रेवाड़ी, पलवल, सिरसा व कुरुक्षेत्र में भी मानसून की सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। ये तीन जिले रहे सबसे अधिक सूखे: मानसून वैसे तो 10 जिलों में वर्षा के कोटे की भरपाई अब तक नहीं कर पाया, लेकिन सबसे ज्यादा बेरुखी करनाल, यमुनानगर व पंचकुला के प्रति रही।
करनाल में सामान्य से 38 प्रतिशत, यमुनानगर में 33 प्रतिशत व पंचकुला में सामान्य से 32 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। अभी मानसून विदाई कभी भी ले सकता है, ऐसे में इन जिलों का वर्षा का कोटा पूरा होना संभव नजर नहीं आ रहा है।
इन जिलों में वर्षा का कोटा लगभग पूरा
जिला वर्षा का कोटा
- नूंह 71 प्रतिशत
- गुरुग्राम 53
- महेंद्रगढ़ 43
- झज्जर 27
- चरखी दादरी 13
- रेवाड़ी 13
- पलवल 10
- सिरसा 6
- कुरुक्षेत्र 5