सीनियर सिटीजन्स को आरामदायक सफर कराने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे ने काफी सुविधाएं दी हैं. उन्हें ट्रेन में लोअर बर्थ पाने का भी अधिकार है. यदि आप बुकिंग के वक्त कुछ बातें ध्यान में रखें तो अपने बुजुर्ग माता-पिता को लोअर बर्थ कन्फर्म करवा सकते हैं.
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नई दिल्ली. भारतीय रेलवे ने सीनियर सिटीजन यात्रियों के लिए लोअर बर्थ का रिजर्वेशन करने के लिए कुछ विशेष नियम बनाए हैं, ताकि 60 साल से अधिक उम्र के पुरुष और 45 साल से अधिक उम्र की महिलाएं आसानी से यात्रा कर सकें. हालांकि, यह सुविधा केवल तभी मिलती है जब वरिष्ठ नागरिक अकेले यात्रा कर रहे हों या अधिकतम दो लोग हों. अगर दो से ज्यादा लोग साथ सफर कर रहे हैं, तो लोअर बर्थ का आरक्षण नहीं मिलता है. इसके अलावा, अगर किसी बुजुर्ग को अपर या मिडिल बर्थ मिल गई हो और सीट उपलब्ध हो, तो टिकट चेकिंग स्टाफ उन्हें लोअर बर्थ में ट्रांसफर कर सकता है.
त्योहारों के दौरान टिकट बुकिंग के समय सही नियमों का पालन करने से लोअर बर्थ मिलने की संभावना काफी बढ़ जाती है. कई बार लोग बुकिंग के समय अनजाने में गलतियां कर बैठते हैं, जिसके कारण वरिष्ठ नागरिकों को सही सीट नहीं मिल पाती. बुकिंग करते समय कुछ बातों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है-
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सीनियर सिटीजन कोटा का उपयोग करें
टिकट बुक करते समय इस बात का ध्यान रखें कि आप सीनियर सिटीजन कोटा का चयन कर रहे हैं. यह विकल्प IRCTC की वेबसाइट या अन्य ऑनलाइन टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होता है. इस कोटा के तहत बुजुर्ग यात्रियों को लोअर बर्थ मिलने की संभावना बढ़ जाती है.
ग्रुप में यात्रा करनी हो तो क्या करें
अगर बुजुर्ग अकेले यात्रा नहीं कर रहे हैं और उनके साथ अन्य लोग भी यात्रा कर रहे हैं, तो कोशिश करें कि उनके टिकट अलग से बुक करें. ऐसा करने से वरिष्ठ नागरिक को लोअर बर्थ मिलने की संभावना अधिक होती है. यदि एक सीनियर सिटीजन और अन्य युवा यात्री एक साथ टिकट बुक करते हैं, तो लोअर बर्थ मिलने की संभावना कम हो सकती है.
बुकिंग के समय उम्र सही भरें
यह महत्वपूर्ण है कि टिकट बुक करते समय वरिष्ठ नागरिक की सही उम्र दर्ज करें. गलत उम्र दर्ज करने पर बुजुर्गों को सीनियर सिटीजन कोटा का लाभ नहीं मिलेगा. यह एक सामान्य गलती है, जिससे लोअर बर्थ पाने की संभावना कम हो जाती है.
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टिकट बुकिंग का समय और श्रेणी
त्योहारों के समय ट्रेनों में भीड़ अधिक होती है, इसलिए टिकट बुकिंग जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी करें. आरक्षण खुलते ही टिकट बुक करने से आपको कन्फर्म बर्थ मिलने की संभावना अधिक होती है, चाहे वह लोअर बर्थ हो या नहीं.
AC क्लास की तुलना में स्लीपर क्लास में लोअर बर्थ मिलना थोड़ा आसान है, क्योंकि स्लीपर क्लास में सीटों की संख्या अधिक होती है. इसलिए यदि संभव हो तो उस क्लास में टिकट बुक करें, जहां लोअर बर्थ की उपलब्धता अधिक हो.
त्योहारों के दौरान लोअर बर्थ पाना क्यों मुश्किल होता है?
त्योहारों के मौसम में ट्रेनों में भीड़ ज्यादा होती है और कन्फर्म टिकट पाना ही एक चुनौती बन जाता है. सीनियर सिटीजन के लिए लोअर बर्थ पाना तो और भी मुश्किल हो जाता है, क्योंकि यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है. फेस्टिव सीजन के दौरान ट्रेन की टिकट बुकिंग के समय पहले से ज्यादा सतर्कता बरतनी पड़ती है. भारतीय रेलवे समय-समय पर ऐसी जानकारियां साझा करता रहता है, जिससे यात्री सही तरीके से टिकट बुक कर सकें और उन्हें कन्फर्म लोअर बर्थ मिल सके.
सीनियर सिटीजन को क्या सुविधाएं मिलती हैं?
भारतीय रेलवे सीनियर सिटीजन यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान करता है, जैसे कि टिकट पर छूट और बुकिंग के समय लोअर बर्थ का आरक्षण. यह सुनिश्चित किया जाता है कि यात्रा के दौरान उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो. सीनियर सिटीजन कोटा के तहत लोअर बर्थ मिलने की संभावना होती है, और यह खासतौर पर बुजुर्ग यात्रियों के लिए फायदेमंद है जो शारीरिक रूप से अपर या मिडिल बर्थ पर चढ़ने में असमर्थ होते हैं.
अगर किसी बुजुर्ग यात्री को बुकिंग के समय अपर या मिडिल बर्थ मिलती है, तो घबराने की जरूरत नहीं है. ट्रेन में टिकट चेकिंग स्टाफ की मदद से लोअर बर्थ प्राप्त करने की कोशिश की जा सकती है. कई बार सीटों की अदला-बदली हो जाती है और लोअर बर्थ मिल जाती है. इसके अलावा, रेलवे बुजुर्ग यात्रियों के लिए स्टेशनों पर व्हीलचेयर, रैंप, और विशेष काउंटर जैसी सुविधाएं भी प्रदान करता है, ताकि उनकी यात्रा आरामदायक हो सके.