Himachal Tourism हिमाचल प्रदेश के पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें बैरियर पर लंबी कतारों में नहीं लगना पड़ेगा। राज्य सरकार ने बैरियर पर फास्टैग से वाहन शुल्क काटने की सुविधा शुरू करने का फैसला किया है। इसी वित्त वर्ष में नई प्रणाली शुरू हो जाएगी। इससे पर्यटकों को काफी राहत मिलेगी और समय की भी बचत होगी।
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- इसी वित्त वर्ष में शुरू होगी प्रणाली कंपनी चयन के लिए मांगी निविदा
- सोलन, सिरमौर, बिलासपुर, ऊना कांगड़ा के बैरियर पर मिलेगी सुविधा
राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के प्रवेशद्वारों में बैरियर पर अब पर्यटकों को लंबी कतारों से मुक्ति मिलने वाली है। बैरियर पर फास्टैग से वाहन शुल्क कटेगा। राज्य सरकार ने कंपनी चयन के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी है। कराधान विभाग इसी वित्त वर्ष में नई प्रणाली शुरू करेगा।
चयनित कंपनी सोलन, सिरमौर, बिलासपुर, ऊना व कांगड़ा जिलों के बैरियर पर काम करने वाली कंपनियों को फास्टैग उपलब्ध करवाएगी। सरकार को अभी बैरियर की नीलामी से वार्षिक 150 करोड़ रुपये का शुल्क प्राप्त होता है।
अभी हाथ से रसीद काटी जा रही है। हिमाचल नंबर के छोटे वाहनों को शुल्क नहीं चुकाना होगा। प्रदेश के व्यावसायिक वाहनों के साथ अन्य राज्यों से आने वाले प्रत्येक वाहन को भुगतान करना पड़ता है।
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वाहनों की लंबी कतार से मिलेगी राहत
हिमाचल के प्रवेशद्वार परवाणू में प्रवेश शुल्क चुकाने के लिए वाहनों की कतारें लगी रहती हैं। इस तरह की स्थिति में वाहनों में बैठे लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है, लेकिन अब ऐसी परेशानियों का समाधान नई प्रणाली शुरू होने से निकलेगा। साथ ही समय की भी बचत होगी।
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55 बैरियरों में से पांच पर फास्टैग शुरू होगा
अभी प्रदेश के 55 बैरियरों में से पांच पर ही फास्टैग शुरू होगा। इनमें सोलन जिले के परवाणू, सिरमौर जिले के गोविंदघाट, ऊना जिले के मैहतपुर, कांगड़ा जिले के नूरपुर में कंडवाल व बिलासपुर जिले के गरामोड़ा बैरियर पर फास्टैग से प्रवेश शुल्क भुगतान करने की सुविधा शुरू होगी। प्रादेशिक सड़कों पर यह व्यवस्था नहीं होगी।