Uttarakhand Crime उत्तराखंड में मुकेश बोरा केस में नया मोड़ जांच की आंच अब उसके गांव तक पहुंच गई है। पुलिस ने बोरा के गांव के तीन सगे भाइयों पर केस दर्ज किया है जिन पर दुग्ध संघ में काम कर चुकी एक महिला से दुष्कर्म के आरोपी बोरा को मोबाइल फोन और सिम उपलब्ध कराने का आरोप है।
मुकेश बोरा को भागने के दौरान की थी मदद
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दुग्ध संघ में एक जेई व दो कर्मचारी के पद पर हैं कार्यरत
जासं, हल्द्वानी। Uttarakhand Crime: नैनीताल दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा के भागने में मदद करने वालों की लंबी फेहरिस्त होती जा रही है। जांच की आंच अब उसके गांव तक पहुंच गई है। पुलिस ने बोरा के गांव के एक ही परिवार के तीन सगे भाइयों पर केस दर्ज कर लिया है।
तीनों में एक दुग्ध संघ में जेई व अन्य पदों पर तैनात हैं। इन्होंने मुकेश बोरा को मोबाइल फोन व सिम उपलब्ध कराए थे। मुकेश बोरा पर दुग्ध संघ में काम कर चुकी एक महिला ने दुष्कर्म व पोक्सो एक्ट में केस दर्ज कराया है। इस मामले में पुलिस बोरा को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। साथ ही उसके भागने में मदद करने वालों की कुंडली खंगाल रही है।
दिनेश कुलोरा व दीपक दुग्ध संघ में ठेकेदार कर्मी
सीओ सिटी नितिन लोहनी ने बताया कि पूर्व में दर्ज केस में मुकेश कुलोरा, दिनेश कुलोरा व दीपक कुलोरा तीनों सगे भाई हैं और मुकेश बोरा के गांव के हैं। दिनेश कुलोरा व दीपक दुग्ध संघ में ठेकेदार कर्मी हैं।
दिनेश कुलोरा दुग्ध संघ लालकुआं में जेई के पद पर तैनात है। तीनें ने सिम व मोबाइल खरीदकर राजेंद्र रैक्वाल को दिया था। राजेंद्र रैक्वाल ने मोबाइल और सिम मुकेश बोरा तक पहुंचाए। अब तक पुलिस बोरा के आठ मददगारों को आरोपित बना चुकी है।