रिसर्च के मुताबिक शराब का सेवन करने से शरीर में मौजूद केमिकल के कारण मसल्स टूटने लगती है. इससे मांसपेशियों की कोशिकाओं में मौजूद कैल्शियम का काम प्रभावित होता है. वहीं इसका ज्यादा सेवन मांसपेशियों की कोशिकाओं पर बुरा प्रभाव भी डालता है. शराब पीने से शरीर में Glucocorticoids बढ़ता है, जिससे मांसपेशियां टूटने लगती हैं.
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ब्रिटेन के “एंग्लिया यूनिवर्सिटी’ की एक स्टडी में पाया गया कि जो लोग जरूरत से ज्यादा शराब का सेवन करते हैं उनमें एक उम्र के बाद मांसपेशियों के कमजोर होने का खतरा ज्यादा रहता है. जो लोग दिनभर में 10-12 यूनिट से ज्यादा शराब पीते हैं उनमें मसल्स कमजोर होने का खतरा ज्यादा रहता है.
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भले ही लिवर कोशिकाओं के नष्ट होने पर इन्हें दोबारा बना लेता है, लेकिन लगातार कई सालों तक ऐल्कोहॉल का सेवन करने से लीवर को कोशिकाओं को दोबारा जनरेट करने में काफी परेशानी होती है. इससे इसकी क्षमता भी बेहद कम हो जाती है, भले ही हम कम मात्रा में शराब का सेवन कर रहे हों.
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नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन’ में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक एक छोटा पेग या 30ml शराब भी हमारे लीवर को काफी नुकसान पहुंचा सकता है. हमारा लिवर ऐल्कोहॉल को फिल्टर करने का काम करता है. फिल्ट्रेशन की इस प्रक्रिया में हर बार लीवर की कुछ कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं.
WHO का कहना है कि शराब की एक बूंद भी सेहत के लिए फायदेमंद नहीं है. यहां तक की शराब पीने की कोई सेफ लिमिट भी नहीं है. इसका सेवन आपको कुछ देर के लिए अच्छा तो फील करवा सकता है, लेकिन लंबे समय के लिए यह सेहत को काफी नुकसान पहुंचा सकता है.