Bihar Education News वैशाली जिले में शिक्षा विभाग ने शिक्षकों पर बड़ी कार्रवाई की है। अक्टूबर 2024 से शिक्षकों का वेतन ऑनलाइन उपस्थिति के आधार पर दिया जाएगा। एक से आठ अक्टूबर के बीच विभाग ने ई-शिक्षा कोष पर दर्ज उपस्थिति की समीक्षा की। कई शिक्षकों ने फर्जी तरीके से उपस्थिति दर्ज की। 7099 शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
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- पोर्टल पर उपस्थिति को लेकर जिले के 7099 शिक्षकों से शो-काज
- दानापुर, पटना, समस्तीपुर तथा मुजफ्फरपुर से शिक्षक लगा रहे अटेंडेंस
रवि शंकर शुक्ला, हाजीपुर। शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की सरकार की कोशिशों के बीच वैशाली जिले में शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई है।
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सूबे में अक्टूबर 2024 से शिक्षकों का वेतन विभागीय पोर्टल ई-शिक्षा कोष पर ऑनलाइन दर्ज उपस्थिति के आधार पर ही करने का सरकार के स्तर पर निर्णय लिया गया है। इस दौरान जिला शिक्षा विभाग की ओर से एक से आठ अक्टूबर के बीच ई-शिक्षा कोष पर दर्ज उपस्थिति का अवलोकन किया गया।
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विभागीय स्तर से मिली अनुसार, आंकड़ों से चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। यहां कई शिक्षक सूबे के दानापुर, पटना, समस्तीपुर तथा मुजफ्फरपुर से पोर्टल पर फर्जी तरीके से उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं। हाजीपुर की एक शिक्षिका की दो दिन की उपस्थिति हरियाणा के गुरुग्राम से पोर्टल पर अपलोड पाया गया है।
वहीं, भगवानपुर के दो शिक्षकों तथा पातेपुर प्रखंड के दो शिक्षकों का पोर्टल पर इन करने से पहले आउट होने का समय अपलोड है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना कुमार शशि रंजन ने पत्र जारी कर पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज करने में पाई गई खामियों को लेकर 7099 शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है।
शो-कॉज का जवाब देने की आज है अंतिम तिथि
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना कुमार शशि रंजन ने उपस्थिति बनाने में मिली खामियों को लेकर सभी से शो-काज करते हुए सभी शिक्षकों से प्रखंड शिक्षा कार्यालय के माध्यम से 15 अक्टूबर तक अपना जवाब देने का आदेश जारी किया है। शो-कॉज का संतोषजनक जवाब नहीं देने वाले शिक्षकों पर अनुशासनिक कार्रवाई की तैयारी है।
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पोर्टल पर ऐसे बनाई जाती है उपस्थिति
विद्यालय खुलने का समय बच्चों के लिए सुबह 09 बजे है। वहीं शिक्षकों को दस मिनट पहले विद्यालय पहुंचना होता है। शिक्षकों को अपने लाग इन या प्रधानाध्यापक के मोबाइल में स्कूल लाग इन माध्यम से विद्यालय प्रांगण में उपस्थिति दर्ज करेने का विकल्प चुनने के बाद सेल्फी फोटो लेकर अपलोड करना होता है।
फिर छुट्टी के समय 04 बजकर 30 मिनट पर पोर्टल पर आउट होना होता है। दोनों बार रियल टाइम पोर्टल पर स्वत: सुरक्षित हो जाता है।
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प्रावधान किया गया है कि यह मोबाइल एप विद्यालय के 500 मीटर की परिधि में ही संचालित किया जा सकता है। विद्यालय से बाहर प्रतिनियुक्ति के समय मार्क आन ड्यूटी विकल्प चुनकर प्रक्रिया पूरी की जाती है।
01 से 08 अक्टूबर तक ई-शिक्षा पोर्टल पर उपस्थिति से संबंधित आंकड़ें
- विद्यालय आउट नहीं करने वाले शिक्षकों की संख्या – 5275
- समय से पहले आउट होने वाले शिक्षकों की संख्या – 700
- पोर्टल पर सप्ताह के कोई दिन अनुपस्थित शिक्षकों की संख्या – 864
- विद्यालय के बाहर उपस्थिति दर्ज करने वाले शिक्षकों की संख्या – 260