Sharad Purnima Kheer Time 2024: आज शरद पूर्णिमा की शाम खीर बनाते हैं और रात में चंद्रमा की रोशनी में रखते हैं. खीर का सीधा संबंध चंद्रमा से होता है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि शरद पूर्णिमा की रात खीर कब रखें? खीर रखने की विधि और उसे खाने से क्या लाभ होते हैं?
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शरद पूर्णिमा का पर्व आज 16 अक्टूबर बुधवार को है. आज शरद पूर्णिमा की शाम खीर बनाते हैं और रात में चंद्रमा की रोशनी में रखते हैं. शरद पूर्णिमा अश्विन शुक्ल पूर्णिमा तिथि को रखते हैं. आज अश्विन पूर्णिमा व्रत है. इसमें चंद्रमा की पूजा करते हैं. पूर्णिमा का संबंध चंद्रमा से है क्योंकि इस रात चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण होकर रात में पूरे संसार को प्रकाशित करता है. इस रात में माता लक्ष्मी की पूजा भी होती है. जो लोग आज शरद पूर्णिमा पर खीर बनाने वाले हैं, वे जानना चाहेंगे कि खीर को रात में कब चंद्रमा की रोशनी में रखा जाए? तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि शरद पूर्णिमा की रात खीर कब रखें? खीर रखने की विधि और उसे खाने से क्या लाभ होते हैं?
शरद पूर्णिमा 2024 मुहूर्त
अश्विन शुक्ल पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ: आज, बुधवार, रात 8:40 बजे से
अश्विन शुक्ल पूर्णिमा तिथि का समापन: कल, गुरुवार, शाम 4:55 बजे पर
रवि योग: आज, सुबह 6:23 बजे से शाम 7:18 बजे तक
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शरद पूर्णिमा की खीर कब रखें?
आज शरद पूर्णिमा का चंद्रोदय शाम 05:05 बजे होगा. यह दिल्ली का समय है. अन्य शहरों में चंद्रोदय का समय थोड़ा आगे या पीछे हो सकता है. आज शाम 7:18 बजे से रेवती नक्षत्र है, जो शुभ होता है. शाम 7:18 बजे के बाद से आप खीर खुले आसमान के नीचे रख सकते हैं. खीर इस प्रकार से रखना है कि उसमें चंद्रमा की किरणें पड़ें.
शरद पूर्णिमा की खीर रखने की विधि
आज शाम को आप गाय के दूध, चावल और चीनी से खीर बनाएं. यह खीर चावल का ही बनाया जाना चाहिए. खीर बनाकर उसे पतीले में रख लें. रात के समय में उस पतीले को छत पर या बालकनी में खुले में रख दें. उस खीर को छलनी या फिर बड़ी छन्नी से ढक दें ताकि उसमें कोई कीट आदि न पड़ें. कुछ लोग पूरी रात खीर को चंद्रमा की किरणों में रख देते हैं और अगली सुबह खाते हैं. कुछ लोग खीर को 2 से 4 घंटे के लिए रखते हैं और फिर उसे खा लेते हैं.
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शरद पूर्णिमा की खीर खाने के फायदे
1. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा की खीर में चंद्रमा की किरणों से अमृत की बूंदें गिरती हैं. इससे वह खीर औषधीय गुणों वाला हो जाता है. उस खीर को खाने से व्यक्ति को स्वास्थ्य लाभ होता है.
2. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शरद पूर्णिमा पर जो खीर बनाते हैं, उसका सीधा संबंध चंद्रमा से होता है. खीर में चावल, चीनी और दूध होता है, ये तीनों ही चंद्रमा से जुड़ी वस्तुएं हैं. खीर खाने से कुंडली में चंद्रमा का दोष दूर होता है. मन और मस्तिष्क स्थिर रहता है. व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है.
3. शरद पूर्णिमा की रात माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं और उनको खीर का भोग लगाते हैं. शरद पूर्णिमा की खीर बनाकर आप माता लक्ष्मी को भोग लगाएं. धन और वैभव की देवी माता लक्ष्मी प्रसन्न होंगी. उनके आशीर्वाद से आपके धन, दौलत, सुख, समृद्धि में बढ़ोत्तरी होगी.