RBI Bulletin: अभी त्योहारों का सीजन चल रहा है। हाल ही में नवरात्रि व दशहरा बीते हैं, वहीं, दीवाली और छठ पूजा के अलावा कई त्योहार आ रहे हैं। इस बीच इस फेस्टिव सीजन में देश की अर्थव्यवस्था को लेकर मजबूती की क्या कुछ खबर है, इसके बारे में हम यहां खास जानकारी जानने जा रहे हैं। ET Now Swadesh के खास शो में गुरमीत ने RBI Bulletin के साथ देश की अर्थव्यवस्था पर भी खास जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि RBI Bulletin ने क्या कुछ कहा है और क्या इशारा किया है…
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RBI Bulletin: बुलेटिन में केंद्रीय बैंक ने देश की अर्थव्यवस्था के कई मोर्चों को किया है हाईलाइट
त्योहारों का खास सीजन करीब है और इससे retail sales, e-commerce, gold, real estate और automobiles में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। सवाल यह है कि क्या Diwali पर होने वाला खर्च भारत की Economy को सच में उछाल दे सकता है? इस बार उम्मीद है कि त्योहारों का यह सीजन भारत की growth outlook को बेहतर करेगा। लेकिन क्या global tensions के बावजूद हमारी Economy बढ़ सकती है?
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ET Now Swadesh के खास शो में गुरमीत ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में अपना अक्टूबर का बुलेटिन जारी किया था। इस बुलेटिन में केंद्रीय बैंक ने देश की अर्थव्यवस्था के कई मोर्चों को हाईलाइट किया था।
उन्होंने आगे बताया कि बुलेटिन में वित्त वर्ष 24-25 की जुलाई से सितंबर तिमाही के लिए आर्थिक विकास में धीमी गति पर प्रकाश डाला गया। इसके लिए अगस्त और सितंबर में भारी बारिश जैसे कारणों को जिम्मेदार ठहराया गया है। इसके बावजूद आरबीआई ने निकट भविष्य को लेकर आशावादी बना हुआ है। तो आइए जानते हैं कि इस बुलेटिन में बताए गए तिमाही विकास और अनुमान के बारे में..
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वित्तीय वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद(GDP) की वृद्धि दर 7.2 फीसदी की उम्मीद
RBI Bulletin में वित्तीय वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद(GDP) की वृद्धि दर 7.2 फीसदी की उम्मीद की गई है। यह उपभोग और निवेश की मांग में गति को दर्शाती है। इसमें तिमाही में 7 फीसदी ग्रोथ और तीसरी व चौथी तिमाही में क्रमशः 7.4 व 7.4 फीसदी की ग्रोथ की उम्मीद की गई है। बुलेटिन में यह भी कहा गया है कि इस साल फेस्टिव सीजन में कंज्यूमर पेंडिंग्स पिछले साल के मुकाबले 25 फीसदी ज्यादा होने का अनुमान है। यानी कि रिटेलर्स के लिए ये एक अच्छी खबर हो सकती है।
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इसके अलावा आरबीआई ने अपनी रिपोर्ट में त्वरित वाणिज्य(क्विक कॉमर्स) के बारे में भी बात की है। रिपोर्ट में बताया गया है कि क्विक कॉमर्स उपभोक्ताओं के व्यवहार को नया आकार दे रहा है। ज्यादातर लोग ऐप आधारित खरीदारी और तेजी से डिलीवरी विकल्प चुन रहे हैं। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म खासकर के इलेक्टॉनिक्स, होम डेकोर, ज्वेलरी समेत अन्य चीजों के लिए खास लोकप्रिय हो रहे हैं।