सफर के दौरान लोग अपने वाहन पर लगे फास्टैग से जुड़ी तकनीकी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। इससे एक्सप्रेसवे, नेशनल हाईवे और राज्यों से जुड़े एक्सप्रेसवे के टोल प्लाजा पर लंबा जाम लग रहा है। कई बार टोल प्लाजा को पार करने में 30-40 मिनट तक का समय लग रहा है। कारण, फास्टैग रिचार्ज या केवाईसी न होने की स्थिति में ब्लैकलिस्ट या हॉटलिस्टेड होने पर टोल प्लाज का बैरियर नहीं खुलता, जिससे वाहन को टोल की लाइन से पीछे हटाकर अलग खड़ा कराया जाता है। ऐसी स्थिति में जाम लग जाता है।
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शिकायतों का अंबार लग रहा
बीते एक से दो सप्ताह के अंदर फास्टैग से जुड़ी कई समस्याएं बढ़ी हैं। इसमें सबसे अधिक परेशानी कंपनियां द्वारा उन फास्टैग को एक्टिव (सक्रिय) करने में देरी के चलते बढ़ी हैं, जिन्हें न्यूनतम बैलेंस उपलब्ध न होने पर हॉटलिस्ट में डाला गया। नियम के हिसाब से रिचार्ज होने के बाद अधिकतम 30-45 मिनट फास्टैग सक्रिय हो जाना चाहिए। सोशल मीडिया पर ऐसी शिकायतों की भरमार है, जिसमें रिचार्ज होने के बाद हॉटलिस्ट हटने में काफी लंबा समय लगा।
कई कंपनियों ने 24 घंटे के बाद भी उस फास्टैग से हॉटलिस्ट को नहीं हटाया, जिस कारण से लोग टोल प्लाजा को पार नहीं कर पाए और एक वाहन की वजह से टोल प्लाजा पर लंबा जाम लगा। दूसरे, वन व्हीकल वन फास्टैग के नियम को एक नंबर से सख्ती से लागू किया गया, जिससे काफी गाड़ियों पर लगे दोनों फास्टैग ब्लॉक कर दिए गए, क्योंकि ग्राहकों ने समय पर यह चयन नहीं किया कि उनकी गाड़ी पर लगे दो फास्टैग में से कौन सा फास्टैग सक्रिय रहना चाहिए। इसके अतिरिक्त दूसरे नियमों के तहत भी फास्टैग को ब्लैक लिस्ट व हॉटलिस्ट में डाला गया।
अपडेट होने में लग रहा लंबा समय
सायल ने सोशल मीडिया (एक्स) पर अपने फास्टैग प्रदाता बैंक एसबीआई को टैग करते हुए लिखा कि तीन दिन हो गए, लेकिन मेरा फास्टैग अभी तक हॉटलिस्टेड है। लगातार हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर रहा हूं लेकिन समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है।
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‘टोल प्लाजा पर लाइन खत्म होने के दावे झूठे ’
सोमवार रात को सीए आशीष गुप्ता ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर फास्टैग एनईटीसी (एनपीसीआई) को टैग करते हुए दिल्ली-सोनीपत नेशनल हाईवे स्थित मुरथल टोल प्लाजा के पास का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि टोल प्लाजा पर लाइन खत्म होने के दावे झूठे हैं। यहां से टोल प्लाजा की दूरी एक किलोमीटर है, लेकिन भीषण जाम लगा है। गूगल मैप के हिसाब से टोल प्लाजा पर 15 मिनट से अधिक का समय लगेगा। इस पर एनपीसीआई ने जवाब दिया कि इस असुविधा के लिए खेद है, लेकिन हमारा आपसे अनुरोध है कि आप इसके लिए संबंधित टोल प्लाजा के परियोजना निदेशक या फिर एनएचएआई के टोल फ्री नंबर 1033 पर कॉल करें।
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इन नियमों का ध्यान रखें
● हर फास्टैग केवाईसी और केवीवाई (नाउ योर व्हीकल) होना जरूरी है। इसलिए सबसे पहले देखें कि जिस कंपनी का फास्टैग आप इस्तेमाल कर रहे हैं, उसके पास आपकी व वाहन की सारी जानकारी अपडेट है या नहीं।
●केवाईसी और केवीवाई से जुड़ी जानकारी पोर्टल पर अपलोड होने के 24 घंटे बाद ही अपडेट होगी। यानी फास्टैग 24 घंटे बाद ही सक्रिय होगा।
केवीवाई से जुड़ी जानकारी हर तीन साल में अपडेट होनी जरूरी है। इसलिए फास्टैग कंपनी के पोर्टल पर जाकर जानकारी अपडेट करें।
● व्हीकल पर लगा फास्टैग सक्रिय होना चाहिए यानी तीन महीने में एक ट्रांजैक्शन होना जरूरी है। कई कंपनियों ने तीन महीने में ट्रांजेक्शन न होने पर फास्टैग को हॉटलिस्ट में डाला।
● फास्टैग वॉलेट में उतनी न्यूनतम राशि होनी चाहिए, जो किसी भी टोल प्लाजा के निर्धारित शुल्क से अधिक हो।