वैसे तो अभी तक कई सारे स्मार्टफोन ब्लूटूथ 5.0 पर ही चल रहे हैं लेकिन टेक कंपनियों ने Bluetooth 6.0 की तैयारी कर ली है। लगभग हर साल ब्लूटूथ स्पेशल इंटरेस्ट ग्रुप (SIG) टेक्नोलॉजी का एक नया वर्जन जारी करता है। फिलहाल ब्लूटूथ v5.4 का लोग इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन ब्लूटूथ SIG ने पहले ही नए वर्जन v6.0 की स्पेसिफिकेशन्स पब्लिश कर दी हैं। इसका मतलब है कि आने वाले हफ्तों में लॉन्च होने वाले फ्लैगशिप डिवाइसेस में हमें जल्द ही ब्लूटूथ 6.0 देखने को मिल सकता है। ब्लूटूथ 6.0 में चैनल साउंडिंग, डिसिजन बेस्ड विज्ञापन फिल्टरिंग और एडवर्टाइजर्स की निगरानी जैसे फीचर्स शामिल हैं।
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ब्लूटूथ SIG द्वारा पब्लिश स्पेसिफिकेशन्स के आधार पर अधिकांश बदलाव “बिहाइंड द सीन” हैं, जो सीधे तौर पर यूजर्स के साथ इंटरैक्शन नहीं करते, हालांकि डिवाइस मैन्युफैक्चरिंग और सॉफ्टवेयर डेवलपर्स के लिए ये बदलाव ब्लूटूथ की कनेक्शन स्टेबलिटी, डेटा स्पीड और बैटरी लाइफ में सुधार ला सकते हैं।
ब्लूटूथ 6.0 के साथ आने वाला सबसे बड़ा बदलाव है “चैनल साउंडिंग” एक फीचर है, जो ब्लूटूथ को वास्तविक स्टेबलिटी देने में मदद करता है। इस फीचर की मदद से ब्लूटूथ को वास्तविक दूरी की जानकारी प्राप्त होती है, जो कई क्षेत्रों में बड़े सुधार ला सकती है। उदाहरण के लिए, इससे “Find My” जैसे टूल्स के साथ खोए हुए सामान को ढूंढना फास्ट और आसान हो जाएगा।
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ब्लूटूथ 6.0 का एक और फीचर है डिसिजन बेस्ड विज्ञापन फिल्टरिंग। यह फीचर ऑनलाइन विज्ञापनों के बारे में नहीं है, बल्कि ब्लूटूथ लो एनर्जी (LE) सिग्नल्स के पहचानने के तरीके से संबंधित है। इससे डिवाइस यह तय कर सकता है कि डेटा पैकेट प्राप्त करने के बाद उसे और संबंधित डेटा देखना चाहिए या नहीं। इससे डेटा लॉस कम होता है और डेटा को बार-बार डाउनलोड करने से बचाते हुए प्रक्रिया तेज हो जाती है।
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ब्लूटूथ 6.0 के साथ डेटा ट्रांसफर में देरी भी कम होगी, जिसमें “आइसोक्रोनस अडेप्टेशन लेयर एनहांसमेंट” फीचर शामिल है, जो बड़े डेटा को छोटे पैकेट्स में विभाजित करने की अनुमति देता है, जिससे तेज ट्रांसफर संभव होता है। यह फीचर डेटा ऑर्गेनाइजेशन के आधार पर लेटेंसी को कम करने के लिए एक नया मोड भी शामिल करता है।