Gold Price Today: सोने और चांदी के बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. खासकर सोने का भाव 1,650 रुपये टूटकर 79,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि चांदी भी 2,900 रुपये लुढ़ककर 93,800 रुपये प्रति किलो हो गई. आइए जानते हैं इसके पीछे की वजहें और क्या है आगे की स्थिति.
ये भी पढ़ें:- 8 नवंबर के लिए पेश हो गए पेट्रोल और डीजल के दाम; क्या आज मिल गई खुशखबरी?
सोने का भाव घटा 1,650 रुपये
बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट आई. बुधवार को सोने का भाव 81,150 रुपये था, जो अब घटकर 79,500 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. इस गिरावट के कारण प्रमुख रूप से स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की मांग में कमी और वैश्विक बाजारों में कमजोरी को माना जा रहा है.
विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी डॉलर की मजबूती और अमेरिकी केंद्रीय बैंक, फेडरल रिजर्व से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के चलते सोने में कमजोरी आई है. इसके अलावा, कुछ बाजारों में रिस्क लेने वाले निवेशकों का रुझान बढ़ा है, जिससे सोने के सुरक्षित निवेश के रूप में आकर्षण घटा है.
ये भी पढ़ें:- घर का बना खाना हुआ महंगा, अक्टूबर में आलू-प्याज बने थाली के दुश्मन
चांदी भी 2,900 रुपये सस्ती हुई
चांदी की कीमतों में भी भारी गिरावट देखने को मिली है. बुधवार को चांदी 96,700 रुपये प्रति किलो थी, जो अब 93,800 रुपये पर आ गई है. इसका मुख्य कारण औद्योगिक मांग में कमी और कमजोर वैश्विक रुख बताया जा रहा है.
चांदी की कीमतों पर असर डालने वाला एक और कारण है अमेरिकी डॉलर में उछाल. डॉलर की मजबूती ने चांदी जैसी कीमती धातु के मूल्य को दबाया है.
वैश्विक बाजार का असर
वैश्विक बाजारों में सोने और चांदी की कीमतें लगातार घट रही हैं. एशियाई बाजारों में सोने की कीमत 1.90 डॉलर प्रति औंस गिरकर 2,674.40 डॉलर पर पहुंच गई. चांदी की कीमत भी 0.24% घटकर 31.26 डॉलर प्रति औंस हो गई.
अमेरिकी बॉन्ड रिटर्न्स में बढ़ोतरी और डोनाल्ड ट्रंप के प्रभाव से भी सोने में गिरावट आई है. निवेशक अब बिटकॉइन और शेयर बाजार जैसी जोखिम वाली संपत्तियों में निवेश कर रहे हैं, जिससे सोने की मांग कम हुई है.
ये भी पढ़ें:- अनिल अंबानी को लगा बड़ा झटका, 3 साल के लिए रिलायंस पावर बैन!
आगे क्या हो सकता है?
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के बाद सोने और चांदी की कीमतों में और उतार-चढ़ाव हो सकता है. ब्याज दरों में कोई परिवर्तन होने की संभावना है, जिससे बाजार पर असर पड़ेगा.
इस समय सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट से निवेशक थोड़े चिंतित हैं, लेकिन बाजार के नए रुझान और भविष्य के फैसले इनकी कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं.