केरल में पलक्कड़ विधानसभा सीट पर लगातार सियासी विवाद मचा हुआ है। लगातार उपचुनाव के लिए हो रहे चुनाव प्रचार अभियान के बीच बुधवार को काले धन के संदेह में एक होटल में आधी रात को पुलिस ने छापेमारी की थी। हालांकि, इस छापेमारी पर आज उस समय बवाल मच गया, जब राज्य में सत्तारूढ़ माकपा ने मामले की जांच की मांग की।
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सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद बढ़ा हंगामा
माकपा के राज्य सचिव एमवी गोविंदन ने सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद जांच की मांग की है, जिसमें एक कांग्रेस कार्यकर्ता को ट्रॉली बैग लेकर होटल में आते हुए दिखाया गया है। कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ ने वामपंथी पार्टी पर मीडिया को फुटेज जारी करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा, ‘माकपा उपचुनाव में काले धन को इधर-उधर करने का विरोध करेगी। इस बात के प्रमाण हैं कि पलक्कड़ में काला धन लाया गया था। इसलिए इस संबंध में जांच की जरूरत है।’
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वीडी सतीशन ने दी चुनाव आयोग को शिकायत
वहीं, केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वीडी सतीशन ने कहा कि चुनाव आयोग को पत्र लिखकर शिकायत दी है कि माकपा पहले से ही योजना बना कर छापेमारी करवा रही है। उसने पुलिस मशीनरी का दुरुपयोग किया है। उन्होंने कहा, ‘यह पलक्कड़ उपचुनाव में माकपा नीत सरकार द्वारा पुलिस मशीनरी के दुरुपयोग का स्पष्ट मामला है जबकि चुनाव आयोग और चुनाव अधिकारियों को असहाय तमाशबीनों के हवाले कर दिया गया है। यह ध्यान दिया जा सकता है कि पुलिस द्वारा छापे के रूप में गढ़े गए नाटक से पहले ही माकपा और भाजपा कार्यकर्ता होटल के सामने जमा हो गए थे।’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘इतना ही नहीं, माकपा द्वारा संचालित एक टीवी चैनल के प्रतिनिधि भी होटल पहुंचे थे। पुलिस ने होटल के दरवाजों या खिड़कियों को सुरक्षित करने के लिए कोई कदम उठाए बिना लापरवाह तरीके से छापा मारा। नतीजतन, इसने माकपा और भाजपा कार्यकर्ताओं को बाहर जुटने और संघर्ष के लिए माहौल बनाने का सही मौका दिया। पुलिस की कार्रवाई यह स्पष्ट करती है कि छापेमारी की पहले से ही योजना बनाई थी।’
भाजपा ने भी पुलिस पर लगाया आरोप
वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि पुलिस ने होटल से काला धन ले जाने में कांग्रेस नेताओं की मदद की। उन्होंने कहा, ‘यह स्पष्ट है कि काला धन होटल में लाया गया। हालांकि, पुलिस ने छापेमारी से पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पैसे ले जाने में मदद करने के लिए कार्रवाई की।’
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उन्होंने दावा किया कि पलक्कड़ में कांग्रेस-माकपा गठबंधन के कारण ऐसा हुआ जो कई वर्षों से चल रहा है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह छापेमारी माकपा द्वारा कोडकारा काले धन मामले से ध्यान हटाने के लिए की गई थी, जिसमें कथित तौर पर भाजपा के शीर्ष नेता शामिल हैं। काले धन के संदेह में होटल में आधी रात को पुलिस की छापेमारी से बुधवार को राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है।
यह है मामला
दरअसल, पुलिस ने कांग्रेस नेताओं बिंदु कृष्णा और शनिमोल उस्मान के कमरों की तलाशी ली, इसके बाद पुलिस एक महिला कांग्रेस नेता के कमरे की तलाशी लेने के लिए कमरे में घुसने लगी तो लोगों ने हंगामा कर दिया और महिला पुलिसकर्मी की गैरमौजूदगी में महिला के कमरे की तलाशी लेने पर नाराजगी जाहिर की।
पुलिस ने बताया- रुटीन जांच
पुलिस ने बताया था कि होटल के 12 कमरों की तलाशी ली गई, जिसमें सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के कमरे भी शामिल हैं। एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि, यह एक नियमित तलाशी थी। कमरों में कुछ भी नहीं मिला। 20 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के दौरान गड़बड़ी को रोकने के लिए क्षेत्र के होटलों और लॉज में तलाशी ली जा रही है। कांग्रेस नेताओं और लोकसभा सांसदों वी के श्रीकंदन और शफी परमबिल ने आरोप लगाया कि तलाशी में उनके पार्टी नेताओं को निशाना बनाया गया। उन्होंने पुलिस कार्रवाई के खिलाफ बुधवार को जिला पुलिस प्रमुख के कार्यालय तक विरोध मार्च निकालने की घोषणा की।
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20 नवंबर को होनी है उपचुनाव की वोटिंग
भारत निर्वाचन आयोग ने कलपथी रथोत्सवम उत्सव का हवाला देते हुए पलक्कड़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख बदलकर 20 नवंबर कर दी है। पहले 13 नवंबर को मतदान निर्धारित था। इस वर्ष की शुरुआत में हुए संसदीय चुनावों में वडकारा निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा विधायक और कांग्रेस नेता शफी परमबिल के लोकसभा में निर्वाचित होने के कारण इस सीट के लिए उपचुनाव आवश्यक हो गया था।