पाकिस्तान ने अब भारतीय लोगों और कंपनियों को निशाना बनाने के लिए नया पैंतरा अपनाया है। साइबर सिक्योरिटी कंपनी की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी हैकर्स भारतीय कंपनियों को शिकार बना रहे हैं और इसके लिए वे मैलवेयर का इस्तेमाल कर रहे हैं।
पाकिस्तानी हैकर ग्रुप ‘ट्रांसपेरेंट ट्राइब या APT36’ ने भारतीय कंपनियों पर जासूसी करने के अपने प्रयासों को तेज कर दिया है। इसके लिए हैकर्स ने एक नया और हाईब्रिड मैलवेयर तैयार किया है, जिसे ElizaRAT कहा जा रहा है। यह मैलवेयर भारतीय कंप्यूटरों से गुप्त रूप से जानकारी जुटाने के लिए बनाया गया है। साइबर सुरक्षा कंपनी चेक पॉइंट सितंबर 2023 से ElizaRAT की गतिविधियों पर नजर रख रही है।
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ElizaRAT क्या है?
ElizaRAT एक प्रकार का मैलवेयर है जो किसी के कंप्यूटर पर उनकी जानकारी के बिना नियंत्रण पाने के लिए डिजाइन किया गया संदिग्ध सॉफ्टवेयर है। यह आमतौर पर फिशिंग अटैक के माध्यम से फैलता है, जहां हैकर लोगों को किसी लिंक पर क्लिक करने के लिए कहते हैं ताकि वे ऐसे फाइल डाउनलोड कर सकें जो सामान्य दिखती हैं।
ये फाइलें अक्सर Google Drive जैसे लोकप्रिय क्लाउड प्लेटफार्म पर संग्रहीत होती हैं, जिससे यह भरोसेमंद लगती हैं। एक बार डाउनलोड हो जाने पर ElizaRAT पीड़ित के कंप्यूटर में इंस्टॉल हो जाता है।
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ElizaRAT कैसे काम करता है?
ElizaRAT एक डिवाइस पर कई गतिविधियां कर सकता है जिसके बारे में किसी को भनक तक नहीं लगेगी। यह डिवाइस में मौजूद सभी तरह की जानकारी को इकट्ठा करता है और फिर इस जानकारी को हैकरों के पास भेजता है।
ट्रांसपेरेंट ट्राइब के हैकर उन कंप्यूटरों से कनेक्ट करने के लिए Google, Telegram और Slack जैसे लोकप्रिय प्लेटफार्मों का इस्तेमाल करते हैं जिनमें यह मैलवेयर पहले से इंस्टॉल है।