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पंजाब

पंजाब में सांसों पर संकट: स्मॉग में लिपटा पूरा प्रदेश, रेड जोन में पहुंचा प्रदूषण का स्तर; राहत की आस भी नहीं

पंजाब में चारों तरफ स्माग की चादर छाई है। बाहर निकलने पर आंखों में जलन हो रही है और सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है। दिन में वाहनों की लाइटें चलानी पड़ रही है। वाहनों की रफ्तार भी धीमी पड़ गई है। 

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पंजाब में स्मॉग का कहर जारी है। बुधवार को राज्य में प्रदूषण का स्तर रेड जोन (बेहद खराब श्रेणी) में पहुंच गया था। वीरवार को भी प्रदेश स्माॅग की गहरी चादर में लिपटा रहा। 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार खतरनाक स्तर पर बढ़े प्रदूषण के कारण मंडी गोबिंदगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 322 और अमृतसर का 310 दर्ज किया गया, जबकि चंडीगढ़ में यह 372 रहा। पटियाला का एक्यूआई 247, जालंधर का 220 और लुधियाना का 216 रहा, जो खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। इसके अलावा बठिंडा का एक्यूआई 150 और रूपनगर का 189 दर्ज किया गया। अमृतसर में स्मॉग के कारण विजिबिलिटी शून्य रही।

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वहीं, पंजाब में पराली जलना जारी है। बुधवार को पराली जलने के 509 नए मामले आए। इसके साथ अब तक कुल संख्या 7621 पहुंच गई। बुधवार को सबसे अधिक पराली जलाने के 91-91 मामले जिला फिरोजपुर व फरीदकोट से सामने आए। मोगा में 88 मामले, मुक्तसर में 79, बठिंडा में 50, तरनतारन में 40, मानसा में 24, बरनाला में 16, फाजिल्का में 14, संगरूर में सात, अमृतसर में पांच, कपूरथला में तीन और फतेहगढ़ साहिब में पराली जलाने का एक मामला हुआ। इसी दिन साल 2022 में पराली जलाने के कुल 2175 मामले और साल 2023 में 1624 मामले हुए थे। 15 सितंबर से लेकर अब तक साल 2022 में पराली जलाने के कुल मामले 45,319 और साल 2023 में 26,341 मामले हो गए थे।

वहीं मौजूदा सीजन में पराली जलाने के कुल मामलों की गिनती 7621 है। इन आंकड़ों से साफ है कि इस साल पराली कम जली है, लेकिन एक्यूआई लगातार पिछले सालों की तुलना में इस बार ज्यादा रह रहा है। जिसके चलते बढ़े प्रदूषण के कारण लोगों के लिए सांस लेना तक मुश्किल हो रहा है।  

अगले दो-तीन के बाद हवा चलने से मिल सकती है राहत

बुधवार को सुबह साढ़े पांच बजे अमृतसर की विजिबिलटी शून्य और पटियाला की मात्र 30 मीटर दर्ज की गई। सुबह साढ़े आठ बजे तक विजिबिलिटी में कोई ज्यादा सुधार दर्ज नहीं किया, इस समय अमृतसर की मात्र 50 मीटर, लुधियाना की 500 मीटर व पटियाला की 600 मीटर दर्ज की गई। मौसम विभाग के चंडीगढ़ केंद्र के डायरेक्टर सुरिंदर पाल के मुताबिक फिलहाल धुंध व स्मॉग से पंजाब के लोगों को राहत नहीं मिलेगी। अगले दो से तीन दिन के बाद हवा चलने की संभावना है, इसके बाद ही धुंध से हल्की राहत मिल सकती है। वीरवार व शुक्रवार के लिए पंजाब में कुछ जगहों पर घनी धुंध पड़ने का अलर्ट जारी किया है।

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पंजाब का पारा सामान्य से 2.9 डिग्री नीचे गिरा

पंजाब के अधिकतम तापमान में बुधवार को 2.2 डिग्री की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। इससे अब यह सामान्य से 2.9 डिग्री नीचे पहुंच गया है। अमृतसर, लुधियाना व पटियाला का पारा सामान्य से नीचे दर्ज किया गया। खास तौर से पटियाला का अधिकतम तापमान 21.7 डिग्री रहा, जो सामान्य से 6.3 डिग्री तक नीचे दर्ज किया गया। अमृतसर का 24.0 डिग्री (सामान्य से 3.2 डिग्री नीचे), लुधियाना का 22.8 (सामान्य से 4.8 डिग्री नीचे), बठिंडा का सबसे अधिक 28.4 डिग्री, गुरदासपुर का 22.5, फतेहगढ़ साहिब का 23.0, फिरोजपुर का 24.0 डिग्री दर्ज किया गया। लेकिन पंजाब का न्यूनतम तापमान अभी भी सामान्य से 6.7 डिग्री अधिक बना हुआ है। सबसे कम 14 डिग्री का पारा पठानकोट व गुरदासपुर का दर्ज किया गया। इसके साथ ही अमृतसर का न्यूनतम तापमान 16.6, लुधियाना का 17.0, पटियाला का 18.6, बठिंडा का 19.4 डिग्री दर्ज किया गया।




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