पेरेंट्स अपने बच्चों के भविष्य को सिक्योर करने के लिए निवेश तो करते हैं पर निवेश का सही ऑप्शन सेलेक्ट कर पाना काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में निवेश सवाल आता है कि माता-पिता को अपने बच्चों के लिए कौन-सा इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है। आज के समय में निवेश के लिए म्युचुअल फंड का चाइल्ड प्लान काफी अच्छा है। पढ़ें पूरी खबर….
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बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। हर साल 14 नवंबर को चिल्ड्रन डे यानी बाल दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर आपको भी अपने बच्चों के बेहतर भविष्य पर फोकस करना है। बच्चों की जरूरतों को पूरा करने के लिए हम भले ही सेविंग करते हैं पर हमारे सामने सवाल खड़ा रहता है कि अच्छे रिटर्न पाने के लिए कहां निवेश करें।
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आज के पैरेंट्स अपने बच्चों के लिए शादी के पहले भी कई लक्ष्य को प्राथमिकता दे रहे हैं – जैसे हायर एजुकेशन, चाहे वह इंजीनियरिंग और मेडिकल हो या एमबीए और इंटरनेशनल स्टडीज हो। इन पर आने वाला खर्च भी शादी की लागत जितना ही महंगा हो गया है। अब पैरेंट्स को ऐसे ऑप्शन में समझदारी से निवेश करने की जरूरत है, जिसमें न उन्हें अच्छा रिटर्न मिले जो उनके बच्चों की जरूरतें को पूका कर सकें। इसके अलावा उन्हें इस बात पर भी ध्यान देने की आवशयकता है कि निवेश राशि का बढ़ती महंगाई के साथ तालमेल हो और वह बच्चों को आगे बढ़ने में मदद करें।
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पहले पेरेंट्स नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट या लंबी अवधि की फिक्स्ड डिपॉजिट योजनाओं में निवेश करना पसंद करते थे, पर अब उन्हें महंगाई और रिटर्न को ध्यान में रखते हुए म्यूचुअल फंड में चाइल्ड प्लान में निवेश करना चाहिए।
जब बात अपने बच्चे के सपनों को पूरा करने की आती है, तो पैरेंट्स क्वालिटी से समझौता करने को तैयार नहीं होते हैं। वहीं दूसरी ओर शिक्षा की लागत आसमान छू रही है। एजुकेशन सर्विसेज में महंगाई सरकार द्वारा घोषित कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स नंबर्स की तुलना में लगभग दोगुनी चल रही है। ऐसे में अगर अच्छी तरह से प्लानिंग नहीं की गई, तो परेशानियां बहुत ज्यादा बढ़ सकती हैं और बच्चे अवसर चूक सकते हैं।
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बड़ौदा बीएनपी पारिबा एसेट मैनेजमेंट इंडिया के सीईओ सुरेश सोनी
अपने बच्चों के भविष्य के लिए सेविंग करने वाले पैरेंट्स निवेश के ऐसे विकल्पों की जरूरत होती है, जो महंगाई को मात दे सकें। ऐसे में इक्विटी एक दशक या उससे अधिक की अवधि में हाइएस्ट रियल रिटर्न वाला एसेट क्लास साबित हुआ है। रिसर्च से पता चलता है कि इक्विटी में लंबी अवधि के निवेश से इतना रिटर्न मिल सकता है, जितना कोई अन्य एसेट क्लास नहीं देता।
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उदाहरण के तौर पर अगर एक अच्छा प्रदर्शन करने वाले इक्विटी फंड में हर महीने में 9,000 रुपये का निवेश लगातार 20 साल के लिए करते हैं तो 20 साल के बाद 1 करोड़ रुपये से अधिक का फंड तैयार हो सकता है।
म्यूचुअल फंड में चाइल्ड प्लान है फायदेमंद
बच्चों के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए म्यूचुअल फंड द्वारा पेश की जाने वाली चिल्ड्रन स्कीम एक बेहतर ऑप्श है। इनमें से अधिकतम म्यूचुअल फंड प्लान में 5 साल का लॉक-इन पीरियड होता है। इससे लॉन्ग टर्म निवेश को बढ़ावा मिलता है। लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करने पर कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है, जिससे निवेशकों का पैसा कई गुना बढ़ सकता है।
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निवेश कैसे शुरू करें
निवेश की जल्द शुरुआत करना और नियमित रूप से निवेश करना उन पैरेंट्स के लिए जरूरी है जो अपने बच्चे के भविष्य के लिए पर्याप्त बचत करना चाहते हैं। एक सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी), म्यूचुअल फंड द्वारा पेश किए जाने वाले चिल्ड्रन फंड में निवेश करने का एक बेहतर ऑप्शन है, जिसमें जहां मंथली बेसिस पर एक तय रकम निवेश किया जाता है।
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इसके अलावा स्टेप-अप एसआईपी भी अच्छा ऑप्शन है। इसमें मंथली योगदान बढ़ा सकते हैं। इसे ऐसे समझिए कि आज आपकी सैलरी 50,000 रुपये है तो आप 10,000 रुपये की एसआईपी कर रहे हैं। अब भविष्य में जैसे-जैसे आपकी सैलरी बढ़ेगी आप एसआईपी की राशि भी बढ़ा सकते हैं। इस तरीके से आप अपने बच्चे के लिए एक बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं।
म्यूचुअल फंड के चाइल्ड प्लान में निवेश करना सिर्फ रुपये पैसे से जुड़ा नहीं है। यह एक कदम है जो पैरेंट्स अपने बच्चे के सपनों को पूरा करने के लिए उठाते हैं।