NTPC Green IPO: पावर सेक्टर की दिग्गज कंपनी एनटीपीसी की ग्रीन एनर्जी इकाई एनटीपीसी ग्रीन का 10 हजार करोड़ रुपये का आईपीओ आज खुल गया है। हालांकि ग्रे मार्केट में इसकी स्थिति पतली दिख रही है और आईपीओ के अपर प्राइस बैंड से महज 0.70 पैसे यानी 0.65 फीसदी की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर है। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल्स के आधार पर निवेश का फैसला लेना चाहिए। हुंडई मोटर के रिकॉर्ड ₹27,870 करोड़ और स्विगी के ₹11,300 करोड़ के आईपीओ के बाद एनटीपीसी ग्रीन का ₹10,000 करोड़ का आईपीओ इस साल का तीसरा सबसे बड़ा इश्यू है।
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NTPC Green IPO की डिटेल्स
एनटीपीसी ग्रीन के ₹10,000.00 करोड़ के आईपीओ में ₹102-₹108 के प्राइस बैंड और 138 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकते हैं। एंप्लॉयीज को हर शेयर पर 5 रुपये का डिस्काउंट मिलेगा। इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और 10 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 25 नवंबर को फाइनल होगा। फिर BSE और NSE पर 27 नवंबर को एंट्री होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार केफिन टेक है।
इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 925,925,926 नए शेयर जारी होंगे। एंप्लॉयीज के लिए 200 करोड़ रुपये के शेयर आरक्षित हैं। इसके अलावा 1 हजार करोड़ रुपये के शेयर एनटीपीसी के मौजूदा शेयरहोल्डर्स के लिए आरक्षित हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से 7500 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कंपनी सब्सिडियरी एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी का कर्ज हल्का करने और बाकी पैसों का इस्तेमाल आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
पैसे लगाएं या नहीं, ब्रोकरेजेज की क्या है राय?
SBI Securities: सब्सक्राइब
एसबीआई सिक्योरिटीज ने लॉन्ग टर्म के लिए इस इश्यू को सब्सक्राइब करने की सलाह दी है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी अपनी ऑपरेशनल कैपेसिटी वित्त वर्ष 2025 तक बढ़ाकर 6 गीगावॉट, वित्त वर्ष 2026 में 11 गीगावॉट और वित्त वर्ष 2027 में 19 गीगावॉट ले जाएगी। अभी यह 3.3 गीगावॉट है। इसका अनुमान है कि वित्त वर्ष 2024-27 में इसका रेवेन्यू सालाना आधार पर 79 फीसदी की चक्रवृद्धि दर (CAGR), EBITA भी 117.2 फीसदी और मुनाफा 123.8 फीसदी की रफ्तार से बढ़ने की गुंजाइश है।
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Arihant Capital: सब्सक्राइब
अरिहंत कैपिटल ने भी एनटीपीसी ग्रीन आईपीओ को लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह दी है। ब्रोकरेज का कहना है कि इसे प्रोजेक्ट्स के लिए एनटीपीसी ग्रुप के इकनॉमीज ऑफ स्केल का फायदा मिलता रहेगा और नई तकनीक के जरिए इसकी लागत भी कम होगी।
Swastika Investmart: सब्सक्राइब
पीई रेश्यो के हिसाब से एग्रेसिव प्राइसिंग को ध्यान में रखते हुए स्वास्तिक इंवेस्टमार्ट की वेल्थ हेड शिवानी न्याति ने इसे सिर्फ लॉन्ग टर्म के लिए ही चुनने की सलाह दी है। उन्होंने इसके मजबूत और डाइवर्सिफाई पोर्टफोलियो को देखते हुए इसे सब्सक्राइब रेटिंग दी है।
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इस कारण कंपनी लेकर आई है आईपीओ
एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी के सीईओ मोहित भार्गव ने सीएनबीसी-टीवी18 के साथ एक इंटरव्यू में कहा था कि आईपीओ के योजना की मुख्य वजह कारोबार में पर्याप्त इक्विटी की जरूर है। अब यह इक्विटी चाहे अंदरूनी तरीके से आए या मार्केट के रास्ते से लेकिन ऐसा भी लग रहा कि किसी न किसी समय बाजार में जाना होगा। ऐसे में कंपनी ने इक्विटी कैपिटल जुटाने के लिए ही आईपीओ लाया है। एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी 24 सितंबर तक ऑपरेटिंग कैपेसिटी के हिसाब से और मार्च 2024 तक पावर जेनेरेशन के हिसाब से रिन्यूएबल एनर्जी (हाइड्रो एनर्जी छोड़कर) के मामले में देश की सबसे बड़ी सरकारी कंपनी है।
कंपनी के रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो में सोलर और विंड पावर, दोनों एसेट्स हैं और इसकी मौजूदगी 6 से अधिक राद्यों में हैं। सितंबर 2024 में एनटीपीसी ग्रीन की ऑपरेशन कैपेसिटी सोलर प्रोजेक्ट्स में 3220 मेगावॉट और विंड प्रोजेक्ट्स में 100 मेगावॉट की थी और औसतन पावर पर्चेज एग्रीमेंट (PPA) पीरियड 25 वर्षों का है। एनटीपीसी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2032 तक 60 गीगावॉट की रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी हासिल करने का है। अभी इसके पास 3.5 गीगावॉट की इंस्टॉल्ड कैपेसिटी है और 28 गीगावॉट से अधिक अंडर डेवलपमेंट है।
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