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धर्म

तुलसी की सूखी लकड़ी से कर लें ये 3 उपाय, घर से कभी नहीं जाएंगी मां लक्ष्मी, धन-संपदा की होगी प्राप्ति

Sukhi Tulsi Upay: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को सबसे ज्यादा पवित्र माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास होता है। इनकी विधिवत पूजा करने से भगवान विष्णु अति प्रसन्न होते हैं। भगवान विष्णु को तुलसी अति प्रिय है। इसके बिना वह अपना भोग नहीं ग्रहण करते हैं। बदलते मौसम के साथ तुलसी की रख-रखाव करना काफी शुभ माना जाता है। कई बार मौसम या फिर अन्य कारणों से तुलसी का पौधा सूख जाता है, तो उसे हम हटाकर उस जगह पर दूसरा पौधा लगा देते हैं। इसके साथ सूखी तुलसी के पौधे को जल में प्रवाहित कर देते हैं। लेकिन आप चाहे, तो तुलसी के सूखे पौधे को फेंकने के बजाय इन उपायों को अपना सकते हैं। ऐसा करने से श्री हरि के साथ-साथ मां लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है।

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सूखी तुलसी से करें ये उपाय

सूखी तुलसी की 7 छोटी-छोटी लकड़ियां इकट्ठी कर लें। इसके बाद इसे सफेद सूत से बांध लें। इसके बाद इसे घी में अच्छे डूबो दें। फिर इसे आप भगवान विष्णु के सामने जला दें। ऐसा करने से भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होगी। इस उपाय को एकादशी या फिर किसी माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन करना ज्यादा शुभ माना जाता है।

तुलसी की सूखी लकड़ी का दूसरा उपाय

सुखी तुलसी की लकड़ी थोड़ी लेकर एक बंडल बना लें और इसे सूत या फिर सफेद धागे से बांध दें। इसके बाद गंगाजल में डूबो दें। फिर हर सप्ताह इससे पूरे घर में गंगाजल छिड़क दें। ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाएगी।

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तुलसी की सूखी लकड़ी का तीसरा उपाय

सूखी तुलसी की जल को निकाल लें। इसके बाद इसे शुद्ध पानी से धो लें और फिर इसे सफेद रंग के साफ वस्त्र में बांध दें। इसके बाद इसे घर के प्रवेश द्वार में बांध दें। ऐसा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती हैं और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

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