Maharashtra New CM: महाराष्ट्र में महायुति ने प्रचंड जीत हासिल की है. महाविकास अघाड़ी से निपटने के बाद महायुति के सामने अब सीएम पद पर फैसला करने की टेंशन है. देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे में से कौन महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री होगा, इस पर माथापच्ची जारी है.
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Devendra Fadnavish vs Eknath Shinde: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव महायुति जीत गया है. यह जीत सिंपल नहीं, प्रचंड जीत है. महाराष्ट्र के चुनावी नतीजों को देखकर ऐसा लग रहा जैसे महायुति की सुनामी आई है. महायुति के सामने महाविकास अघाड़ी पूरी तरह पस्त हो गया. शरद पवार, उद्धव ठाकरे और राहुल गांधी के नेतृत्व वाला एमवीए 50 सीटों पर सिमट कर रह गया. अब जब चुनावी नतीजे साफ हो गए हैं, तो सबसे बड़ा सवाल है कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा? यह सवाल इसलिए भी अहम है, क्योंकि सीएम पद को लेकर भाजपा और शिवसेना में खींचतान दिख रही है. महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी की महायुति गठबंधन से अगला सीएम कौन होगा? इस पर सस्पेंस ही सस्पेंस है.
दरअसल, महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा को मिली सीटों को देखकर फडणवीस कैंप सीएम पद को लेकर एक्टिव हो चुका है. बीजेपी की तरफ से देवेंद्र फडणवीस का नाम सीएम पद के लिए आगे बढ़ाया जा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे भी आसानी से मानने को तैयार नहीं हैं. शिंदे ने एक बयान देकर पेच और फंसा दिया है. महाराष्ट्र में सीएम के सवाल पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि जिसकी ज्यादा सीट होगी, उसका सीएम बनेगा, ऐसा तय नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि महायुति के तीनों घटक दल के नेता बैठकर इस पर फैसला करेंगे. देवेंद्र फडणवीस भी कुछ ऐसा ही बोल रहे हैं. उनका भी कहना है कि मिल-बैठकर सीएम पद पर फैसला होगा.
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महायुति में किसे कितनी सीट:
- भाजपा: 132
- शिवसेना (शिंदे गुट): 57
- एनसीपी (अजित गुट): 41
भाजपा में फडणवीस के पक्ष में माहौल
हालांकि, चुनाव से पहले और रिजल्ट के बाद दोनों स्थिति में जो संकेत मिल रह हे हैं, उससे यह साफ है कि देवेंद्र फडणवीस सीएम पद के लिए मजबूत दावेदार हैं. महायुति को 220+ सीटें मिली हैं. अकेली बीजेपी ने 125 से अधिक सीटों पर कब्जा जमाया है. ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि देवेंद्र फडणवीस ही इस बार सीएम की कुर्सी पर बैठेंगे. मगर सवाल है कि क्या एकनाथ शिंदे आसानी से मान जाएंगे? इसके जवाब से पहले यह जानना जरूरी है कि भाजपा में फडणवीस के लिए सीएम पद की मांग जोर पकड़ने लगी है. खुद आरएसएस भी चाहता है कि देवेंद्र फडणवीस ही मुख्यमंत्री बनें. साथ ही अमित शाह ने भी बीते दिनों चुनावी सभा में अपने बयान से इसका इशारा दिया था.
चुनावी रिजल्ट वाला ग्राफ
- कैंडिडेट: देवेंद्र फडणवीस (भाजपा)
- किस विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे: नागपुर साउथ वेस्ट
- कितने वोटों से जीते: 39710 हजार वोट
- कैंडिडेट: एकनाथ शिंदे (शिवसेना)
- किस विधानसभा सीट से चुनाव लड़े: कोपरी-पांचपखाड़ी
- कितने वोटों से जीते: 120717
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देवेंद्र की मां ने किया है इशारा
भले ही महायुति अभी सीएम पद पर अपने पत्ते नहीं खोल रहा है. मगर यह बात तो साफ है कि देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे में से किसी एक को दिल्ली का टिकट कटाना पड़ेगा. देवेंद्र फडणवीस दिल्ली आएंगे, इसकी संभावना बहुत ही कम क्या न के बराबर है. इसका साफ संकेत उनकी मां दे चुकी हैं. देवेंद्र फडणवीस की मां सरिता ने कहा कि उनका बेटा दिल्ली नहीं जाना चाहता.
उन्होंने कहा, ‘उनके बेटे ने चुनाव के लिए 24 घंटे मेहनत की है. उन्हें अपने खाने-पीने और दिनचर्या की भी परवाह नहीं थी. देवेंद्र मुंबई में ही रहना चाहते हैं और दिल्ली नहीं जाना चाहते.’ अब अगर देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के तौर पर भाजपा प्रोजेक्ट करती है तो एकनाथ शिंदे का नाराज होना लाजिमी है.
किसके दिल्ली आने की संभावना अधिक?
ऐसे में भाजपा के पास प्लान बी भी है. अगर देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनते हैं तो शिवसेना चीफ एकनाथ शिंदे को दिल्ली जाना होगा. एकनाथ शिंदे किसी भी कीमत पर सीएम से डिप्टी सीएम का डिमोशन स्वीकार नहीं करेंगे. न ही वह फडणवीस कैबिनेट में रहना चाहेंगे. ऐसे में भाजपा उन्हें दिल्ली आने का न्योता दे सकती है और एकनाथ शिंदे नरेंद्र मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं. इस बात की बहुत कम संभावना है कि एकनाथ शिंदे 2019 वाली कहानी रिपीट करेंगे, जब मुख्यमंत्री पद के चलते उद्धव ठाकरे ने बीजेपी से गठबंधन तोड़कर कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बना ली थी. उन्होंने उद्धव का हाल देख ही लिया है. ऐसे में उनके पास दिल्ली आने का बेहतर विकल्प है.