Bangladesh News: बांग्लादेश में हिंदुओं के प्रति हिंसा का दौर जारी है. बांग्लादेश के चटगांव में शुक्रवार को भीड़ ने नारेबाजी करते हुए तीन हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की. इन सबके बावजूद मोहम्मद यूनुस हाथ पर हाथ रखकर बैठी है.
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नई दिल्ली: यूनुस सरकार से बांग्लादेश नहीं संभल रहा. बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं. न केवल हिंदू मंदिरों को तोड़ा जा रहा, बल्कि हिंदुओं पर अत्याचार भी हो रहे हैं. इसके बाद भी शांति का नोबेल पुरस्कार पाने वाले मोहम्मद यूनुस हाथ पर हाथ रखकर बैठे हैं. जिन्होंने खुद शांति की वकालत करके नोबेल पुरस्कार पाया, आज वही युनूस अपने घर में हिंसा की आग को बुझा नहीं पा रहे हैं. उनके नाक के नीचे लगातार हिंदुओं पर जुल्म ढाया जा रहा है. एक बार फिर से बांग्लादेश के चट्टोगाम में हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया है. बांग्लादेश के चट्टोग्राम में शुक्रवार को नारेबाजी कर रही भीड़ ने तीन हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की. इस्कॉन के एक पूर्व सदस्य के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किये जाने के बाद से चट्टोग्राम में विरोध प्रदर्शन जारी है.
न्यूज पोर्टल ‘बीडीन्यूज24 डॉट कॉम’ ने अपनी खबर में कहा कि यह हमला बंदरगाह शहर के हरीश चंद्र मुनसेफ लेन में दोपहर करीब 2:30 बजे हुआ और इस दौरान शांतानेश्वरी मातृ मंदिर, शनि मंदिर और शांतनेश्वरी कालीबाड़ी मंदिर को निशाना बनाया गया. समाचार पोर्टल ने मंदिर अधिकारियों के हवाले से बताया, ‘नारेबाजी कर रहे सैकड़ों लोगों के एक समूह ने मंदिरों पर ईंट-पत्थर फेंके, जिससे शनी मंदिर और अन्य दो मंदिरों के द्वार क्षतिग्रस्त हो गए.’
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मंदिरों को कितना नुकसान?
कोतवाली पुलिस स्टेशन के प्रमुख अब्दुल करीम ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि हमलावरों ने मंदिरों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया. पुलिस ने कहा कि मंदिरों को बहुत कम नुकसान हुआ है. हालांकि, पुलिस ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच टकराव के बाद मंदिरों को कम से कम नुकसान पहुंचा है. इस दौरान दोनों समूहों ने एक-दूसरे पर ईंटें फेंकी थीं. यह घटना ऐसे वक्त में हुई है, जब इस्कॉन बांग्लादेश के पूर्व सदस्य और आध्यात्मिक नेता चिनमय कृष्ण दास को सोमवार को राजद्रोह के एक मामले में गिरफ्तार किया गया. मंगलवार को उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया गया.
जुमे की नमाज के बाद तोड़फोड़
शांतिनेश्वरी मेन टेम्पल मैनेजमेंट कमेटी के स्थायी सदस्य तपन दास ने न्यूज पोर्टल को बताया, ‘जुमे की नमाज के बाद सैकड़ों की संख्या में लोग जुलूस लेकर पहुंचे. वे हिंदू विरोधी और इस्कॉन विरोधी नारे लगाने लगे.’ न्यूज पोर्टल ने उनके हवाले से कहा, ‘हमने हमलावरों का विरोध नहीं किया. जब स्थिति बिगड़ी तो हमने सेना को बुलाया. वे तुरंत पहुंचे और व्यवस्था बहाल करने में मदद की. दोपहर से पहले ही मंदिर के सभी द्वार बंद कर दिए गए थे. उपद्रवी अकारण वहां पहुंचे और हमला किया.’
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बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार जुल्म
बांग्लादेश में जब से शेख हसीना की सरकार गई है, तब से भारत और हिंदुओं के लिए चिंता बढ़ गई है. मोहम्मद यूनुस की सरकार में हिंदू अब कहीं से भी सेफ नहीं हैं. उन्हें चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है. कभी उनकी नौकरी छीनी जाती है तो कभी उन्हें दुर्गा पूजा मनाने से रोका जाता है. तो कभी उन्हें मारा-पीटा जाती है. 5 अगस्त के बाद से ही बांग्लादेश में हिंदुओं का जीना मुहाल हो गया है. मोहम्मद यूनुस केवल भारत से दुश्मनी निभाने में बिजी हैं. उनसे बांग्लादेश के हिंदुओं की रक्षा नहीं होती.