Stabbing Crime: घटना के बाद पुलिस ने आरोपी परिवार को हिरासत में लिया और उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया. पुलिस के अनुसार हमले में इस्तेमाल हथियार रसोई के चाकू और लोहे की रॉड थे.
ये भी पढ़ें:-बरतें सावधानी: साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए विश्वसनीय एप चुनें; बाजार में वास्तविक कम, नकली एप्लिकेशन ज्यादा
Flash Conflict Delhi: क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि टॉयलेट में फ्लश न चलाने को लेकर हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया और एक मर्डर हो गया. दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में शेयर शुक्रवार रात हुए इस झगड़े में 18 वर्षीय युवक सुधीर की चाकू मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस के अनुसार, विवाद इमारत की पहली मंजिल पर रहने वाले दो किराएदार परिवारों के बीच हुआ. घटना के दौरान सुधीर, उसका भाई प्रेम 22, और उनके दोस्त सागर पर लोहे की रॉड और रसोई के चाकुओं से हमला किया गया. अस्पताल में इलाज के दौरान सुधीर ने दम तोड़ दिया, जबकि प्रेम की हालत गंभीर है.
टॉयलेट फ्लश से शुरू हुआ झगड़ा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने बताया कि झगड़ा तब शुरू हुआ जब भिखम सिंह के सबसे छोटे बेटे ने साझा शौचालय का उपयोग किया और फ्लश नहीं किया. सुधीर ने इस पर आपत्ति जताई, जिसके बाद दोनों परिवारों के बीच झगड़ा बढ़ गया. आरोपी भिखम सिंह, उनकी पत्नी मीना, और उनके तीन बेटों—संजय 20, राहुल 18, और एक नाबालिग ने सुधीर के परिवार पर हमला कर दिया. झगड़े में सुधीर के भाई प्रेम और उनके दोस्त सागर घायल हो गए.
ये भी पढ़ें:- मनी लॉन्ड्रिंग केस में राज कुंद्रा से होगी पूछताछ, ED ने भेजा शिल्पा शेट्टी के पति को समन
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
घटना के बाद पुलिस ने आरोपी परिवार को हिरासत में लिया और उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया. पुलिस के अनुसार, हमले में इस्तेमाल हथियार रसोई के चाकू और लोहे की रॉड थे. सुधीर, जो कबाड़ का काम करता था, अपने भाई के साथ किराए के एक छोटे से कमरे में रहता था. घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया है, और स्थानीय लोग इस घटना से हैरान हैं.
सीएम आतिशी का बीजेपी पर निशाना
घटना के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने एम्स जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की. उन्होंने बीजेपी शासित केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में कानून व्यवस्था पूरी तरह फेल हो गई है. उन्होंने लिखा दिल्ली में हत्याएं और हिंसा आम हो गई हैं. अपराधियों में पुलिस का कोई डर नहीं है. केंद्र सरकार को कानून व्यवस्था संभालनी चाहिए, वरना दिल्ली के लोग उन्हें सबक सिखाएंगे.