Cyclone Chido in France: फ्रांस के हिंद महासागर वाले मुस्लिम बहुत द्वीप पर आए चिडो चक्रवात ने भारी तबाही मचाई है. इसने 1000 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है. जबकि अभी सटीक आंकड़ा सामने नहीं आया है.
Mayotte Cyclone Chido: 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आए चिडो चक्रवात ने फ्रांस के एक मायोट द्वीप पर ऐसी तबाही मचाई है कि यहां के लोग कह रहे हैं कि यह परमाणु युद्ध के बाद जैसी तबाही है. यहां के घर, अस्पताल, बाजार तो छोड़ें पूरे के पूरे मोहल्ले ही खत्म कर दिए हैं. शनिवार देर रात आए इस तूफान से सैकड़ों लोगों की मौत हो गई है. कहा जा रहा है कि मौतों का आंकड़ा 1 हजार से कहीं ज्यादा हो सकता है.
ये भी पढ़ें :- अमेरिका में दिखी भारत की धमक! बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ अत्याचार पर व्हाइट हाउस की यूनुस को डायरेक्ट वॉर्निंग
बीते 90 सालों का सबसे भयानक तूफान
मायोट द्वीप ने बीते 90 सालों में ये सबसे बड़ा तूफान और भयानक तबाही देखी है. फ्रांस के टीवी रिपोर्ट के अनुसार इस तबाही में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई. टीवी चैनल मायोट ला1एरे पर अधिकारी ने कहा, ”मुझे लगता है कि सैकड़ों लोग मारे गए हैं, शायद संख्या लगभग एक हजार के करीब हो सकती है या फिर हजारों में भी पहुंच सकती है.”
बेहद गरीब और मुस्लिम बहुत इलाका
मायोट द्वीप पर रहने वाले लोग बेहद गरीब हैं और यह मुस्लिम बहुल आबादी वाला स्थान है. यहां अवैध प्रवासियों की संख्या काफी ज्यादा है. जिससे निवासियों की आबादी सही आंकड़ा भी उपलब्ध नहीं है. इस कारण चक्रवात के कारण मौतों और घायलों की सटीक संख्या का पता लगाने में बहुत मुश्किल हो रही है.
ये भी पढ़ें :- डोनाल्ड ट्रंप को टाइम पत्रिका का ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ का सम्मान
लाशें दफनाना भी बड़ी समस्या
इससे पहले गृह मंत्रालय ने रविवार को कम से कम 11 लोगों की मौत और 250 से अधिक लोगों के घायल होने की पुष्टि की थी. लेकिन बाद में मलबा हटाते ही आंकड़ा ताबड़तोड़ तेजी से बढ़ा. यहां के स्थानीय निवासी ने कहा, ”सच कहूं तो हम जो अनुभव कर रहे हैं वह एक त्रासदी है. द्वीप की हालत ऐसी है जैसे परमाणु युद्ध के बाद का नजारा होता है. मैंने अपनी आंखों के सामने एक पूरे मोहल्ले को गायब होते देखा है.” हर ओर मलबा है. बिजली आपूर्ति ठप है.
मुस्लिम समुदाय में मृत्यु के बाद 24 घंटे के अंदर (जल्द से जल्द) शव को दफनाना होता है लेकिन यहां हालात इतने खराब हैं कि इतने बड़े पैमाने पर शवों को दफनाना संभव नहीं हो पा रहा है.
ये भी पढ़ें :- जब संसद को घेरने ट्रैक्टर से पहुंच गए हजारों किसान, टैक्स से जुड़ी है मांग, जानिए कहां हुआ यह प्रदर्शन
गैंगवॉर-अशांति के बाद अब तूफान का कहर
सरकारी एजेंसी के अनुसार, मायोत में 1 लाख से ज्यादा अवैध प्रवासी रहते हैं. वहीं 75 फीसदी से ज्यादा आबादी बेहद गरीब है. साथ ही दशकों से यह गैंग वॉर और सामाजिक अशांति से जूझ रहा है. अब तूफान ने भी बची हुई कसर पूरी कर दी है.
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है, ”मेरी संवेदनाएं मायोत में हमारे देशवासियों के साथ हैं, जिन्होंने सबसे भयावह कुछ घंटे झेले हैं. कुछ लोगों ने अपना सब कुछ खो दिया है, अपनी जान गंवा दी है.”