Mutual Funds Negative Return: आपको याद होगा कुछ दिन पहले ही बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका डाली गई थी, जिसमें सेबी और AMFI पर म्यूचुअल फंड निवेशकों को गुमराह करने का आरोप लगाया गया था. याचिकाकर्ता ने कहा था कि AMFI द्वारा चलाए जा रहे विज्ञापन जैसे कि ‘म्यूचुअल फंड सही है’ और ‘धैर्य रखें, निवेश बनाए रखें’ निवेशकों को गुमराह कर रहे हैं. प्रचार अभियान म्यूचुअल फंड को एक ‘सुरक्षित निवेश विकल्प’ के रूप में पेश करते हैं, जबकि इसमें जोखिम भी जुड़े हैं. यदि ‘जोखिम’ हैं तो म्यूचुअल फंड ‘सही’ कैसे हो सकते हैं? उस याचिका पर हाई कोर्ट ने सेबी और AMFI को नोटिस भी जारी किया. अब एक आंकड़ा भी सामने आ रहा है, वह भी कहता है कि हर म्यूचुअल फंड सही नहीं है. वह पूरी रिपोर्ट आप यहां पढ़ सकते हैं –
ये भी पढ़ें:- IRCTC की वेबसाइट और ऐप इस कारण हुए डाउन, यूजर्स नहीं बुक कर पा रहे ट्रेन टिकट, कस्टमर केयर नंबर जारी
आज समय ऐसा है कि आप किसी भी राह चलते आदमी से म्यूचुअल फंड्स पर सलाह ले सकते हैं. वह अपनी सलाह में कहेगा कि किसी भी म्यूचुअल फंड में पैसा डाल दीजिए, फायदा ही होगा. मगर यह सच नहीं है. म्यूचुअल फंड्स में नुकसान भी होता है और आज की यह रिपोर्ट उन आंकड़ों को आपके सामने रखेगी, जो इस बात की गवाही देंगे. आप यकीन नहीं करेंगे, मगर 2024 में 34 इक्विटी म्यूचुअल फंड्स ने निवेशकों के SIP निवेश पर नेगेटिव रिटर्न दिए हैं.
ये भी पढ़ें:- आपकी कितनी इनकम पर लगेगा टैक्स? बिना किसी की सहायता के ऐसे करें कैलकुलेट
2024 के दौरान कुल 425 इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में से 34 फंड्स ने SIP पर नेगेटिव रिटर्न दिए. इनमें से तीन फंड्स ने तो दहाई अंकों में नुकसान दर्ज किया, मतलब 10 परसेंट से अधिक. क्वांट पीएसयू फंड ने तो माइनस में 20.28% का XIRR (एक्सटेंडेड इंटरनल रेट ऑफ रिटर्न) दिया. इसका मतलब ये कि यदि किसी निवेशक ने जनवरी 2024 में 10 हजार रुपये प्रति महीने का SIP निवेश शुरू किया होता, तो उसकी मौजूदा वैल्यू 90,763 रुपये होती. इकॉनमिक टाइम्स ने इस पर एक विस्तृत रिपोर्ट लिखी है.
नुकसान पहुंचाने वालों में की लिस्ट में क्वांट के फंड ज्यादा
इस रिपोर्ट के मुताबिक, क्वांट ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड ने -11.88% का XIRR दिया, जबकि आदित्य बिड़ला एसएल पीएसयू इक्विटी फंड ने -11.13% का रिटर्न दिया. इन फंड्स के अलावा, क्वांट म्यूचुअल फंड्स के अन्य सात फंड्स ने भी निवेशकों को नुकसान पहुंचाया. इनमें क्वांट कंजम्पशन फंड (-9.66%), क्वांट क्वांटामेंटल फंड (-9.61%), और क्वांट फ्लेक्सी कैप फंड (-8.36%) शामिल हैं.
ये भी पढ़ें:- PM Kisan Yojana 19th Installment: जल्द खत्म होगा इंतजार! इन किसानों के अकाउंट में नहीं आएंगे पैसे
इसके अलावा, क्वांट BFSI फंड, क्वांट एक्टिव फंड, क्वांट फोकस्ड फंड, और क्वांट मिड कैप फंड ने क्रमशः -7.72%, -7.43%, -6.39%, और -5.34% के नुकसान दर्ज किए. क्वांट लार्ज और मिड कैप फंड ने SIP निवेश पर -4.54% का रिटर्न दिया.
यूटीआई ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स फंड ने -4.05%, जबकि क्वांट लार्ज कैप फंड और क्वांट मोमेंटम फंड ने क्रमशः -3.74% और -3.35% रिटर्न दर्ज किया. एसबीआई इक्विटी मिनिमम वेरिएंस फंड ने -3.06% का रिटर्न दिया.
कुछ अन्य फंड्स जैसे एचडीएफसी एमएनसी फंड और टॉरस मिड कैप फंड ने क्रमशः -1.51% और -1.45% का नुकसान पहुंचाया. दो पीएसयू फंड्स- आईसीआईसीआई प्रू पीएसयू इक्विटी फंड और एसबीआई पीएसयू फंड ने भी क्रमशः -0.86% और -0.67% रिटर्न दिया.
इस साल SIP निवेश पर नुकसान का सबसे कम प्रतिशत टाटा इंफ्रास्ट्रक्चर फंड और इनवेस्को इंडिया पीएसयू इक्विटी फंड में दर्ज किया गया, जो क्रमशः -0.05% और -0.04% था.
क्या करना चाहिए निवेशकों को?
निवेशकों के लिए सबसे जरूरी सलाह ये है कि उन्हें निवेश से पहले हमेशा एक सर्टीफाइड और प्रोफेशनल व्यक्ति से परामर्श करना चाहिए. हालांकि इस परामर्श के लिए आपको कुछ पैसा जरूर चुकाना होगा, लेकिन उसका लाभ भी मिलेगा. दूसरी बात ये कि म्यूचुअल फंड हो या दूसरा कोई निवेश विकल्प, एक ही जगह पर निवेश करना नुकसान दे सकता है. हर निवेशक को अलग-अलग इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करने के बारे में सोचना चाहिए.